फर्रुखाबाद : जिले में फर्जी अभिलेखों के जरिए शिक्षक की नौकरी हासिल करने वालों पर शासन ने कार्रवाई तेज कर दी है. नौकरी से बर्खास्त किए जा चुके चार शिक्षकों के खिलाफ जिलाधिकारी के आदेश पर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया गया है. जिले में 17 ऐसे शिक्षक पाए गए थे, जिन्होंने डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा सत्र 2005 की फर्जी बीएड की डिग्री लगाई थी. एसआइटी की जांच में दोषी पाए जाने पर 16 शिक्षकों को नौकरी से बर्खास्त किया जा चुका है. एक शिक्षक के बारे में विचार शासन स्तर पर हो रहा है.
खंड शिक्षा अधिकारी ने तीन शिक्षकों के खिलाफ दर्ज कराया मुकदमा
कमालगंज ब्लॉक के खंड शिक्षाधिकारी मुन्नालाल त्रिवेदी ने जहानगंज थाने में उच्च प्राथमिक विद्यालय अजीजलपुर में तैनात शिक्षक कलीम खान निवासी अजीजलपुर, प्राथमिक विद्यालय सितौली में तैनात सहायक अध्यापिका शालिनी पाल निवासी हाथीखाना फतेहगढ़ व प्राथमिक विद्यालय सिरौंज के इंचार्ज प्रधानाध्यापक प्रभात आर्य के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया. थानाध्यक्ष दिनेश गौतम ने बताया कि तीनों शिक्षकों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है.
नवाबगंज ब्लॉक के खंड शिक्षाधिकारी ललित मोहन पाल ने प्राथमिक विद्यालय गठवाया में तैनात शिक्षक मनमोहन चित्रवंशी निवासी गांव बनकट जनपद संत रविदास नगर के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई. मनमोहन चित्रवंशी ने बीएड की फर्जी डिग्री लगाकर वर्ष 2011 में नौकरी पाई थी. थानाध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि शिक्षक मनमोहन चित्रवंशी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है.
एक शिक्षक के खिलाफ चल रही जांच