फर्रुखाबाद: फर्जी शिक्षिका अनामिका शुक्ला प्रकरण में आए दिन नए खुलासे हो रहे हैं. अनामिका शुक्ला प्रकरण के मास्टरमाइंड सुशील कौशल (पुष्पेंद्र) ने नौकरी पाने के दौरान जो अभिलेख लगाए थे, उनके माध्यम से असली सुशील की तलाश शुरू कर दी गई है. फिरोजाबाद की जिस इंटर कॉलेज से सुशील ने हाईस्कूल और इंटरमीडिएट उत्तीर्ण किया है, उसका कोई पता ही नहीं चल पा रहा है.
मास्टरमाइंड पुष्पेंद्र भी निकला फर्जी शिक्षक
अनामिका शुक्ला नाम से फर्जी दस्तावेजों से 25 जिलों में शिक्षिकाओं को नियुक्तियां कराने वाले इस रैकेट के फर्जीवाड़े ने बीएसए को बुरी तरह से उलझा दिया है. जानकारी के अनुसार कायमगंज ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय कुंवरपुर खास में सुशील कुमार कौशल के नाम से नौकरी कर रहे पुष्पेंद्र सिंह ने जो शैक्षिक अभिलेख लगाए थे, उसमें सुशील कुमार कौशल ने सीएल हायर सेकेंडरी कॉलेज फिरोजाबाद से साल 2004 में हाईस्कूल और 2006 में इंटरमीडिएट की परीक्षा उत्तीर्ण की है, जबकि डॉ. भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा से साल 2009 में बीए की परीक्षा पास की.
अनामिका शुक्ला फर्जीवाड़ा: 'गुरुजी' के स्कूल का नहीं चल पा रहा पता
अनामिका शुक्ला के नाम से प्रदेश भर में फर्जीवाड़ा करने वाला मास्टरमाइंड पुष्पेंद्र भी फर्जी शिक्षक निकला. वह मैनपुरी जिले के कुरावली में तैनात शिक्षक सुशील कुमार कौशल के अभिलेखों से फर्रुखाबाद में नौकरी कर रहा था. पकड़े जाने के बाद विभागीय जांच बीईओ कायमगंज को दी गई है.
इसके साथ ही विशिष्ट बीटीसी मैनपुरी से उत्तीर्ण के अभिलेख लगे हैं. शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने बताया कि जब अधिकारी मामले की जांच करने फिरोजाबाद पहुंचे तो उन्हें संबंधित कॉलेज ही नहीं मिला.
विद्यालय के नाम को लेकर असमंजस की स्थिति
सूत्रों के अनुसार फिरोजाबाद के डीआईओएस कार्यालय से जानकारी प्राप्त की गई तो पता चला कि यहां हायर सेकेंड्री कॉलेज नाम का कोई विद्यालय नहीं है. विद्यालय के नाम को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है. फिर भी जिला विद्यालय निरीक्षक ने विद्यालय की खोज कर जांच कराने का आश्वासन दिया है. कॉलेज की जानकारी होते ही सुशील कौशल के शैक्षिक अभिलेखों का मिलान भी किया जाएगा.