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इटावा: तारीख बढ़ने के बाद भी गेंहू क्रय केंद्र तक नहीं पहुंच रहे किसान - target of wheat purchasing

उत्तर प्रदेश के इटावा जिले में गेहूं की खरीद इस बार काफी कम हुई है. 15 अप्रैल से 15 जून तक होने वाली खरीद में जब कमी दिखी तो इसकी तारीख को बढ़ाकर 30 जून तक कर दिया गया. इसके बावजूद अभी तक लक्ष्य का 70 फीसदी ही खरीदी हो सकी है.

इटावा
लक्ष्य कम हुई खरीदी

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Published : Jun 18, 2020, 9:08 PM IST

Updated : Sep 4, 2020, 12:24 PM IST

इटावा: जनपद में गेहूं के लिए खुले क्रय केंद्र अभी अपने लक्ष्य का आधा भी पूरा नहीं कर पाए. अभी तक अधिकतर केंद्रों पर50 से लेकर 70 फीसदी तक लक्ष्य पूरा हुआ है. वहीं बाकी का लक्ष्य अभी बचा हुआ है, जबकि गेहूं की बिक्री के लिए शासन की ओर से तारीख बढ़ा दी गई है, लेकिन अभी भी केंद्रों पर किसान कमपहुंच रहे हैं. इस वजह से अभी लक्ष्य पूरा होता नहीं दिखाई दे रहा है.

लॉकडाउन के बीच 15 अप्रैल से जनपद में गेहूं के क्रय केंद्र खोल दिए गए हैं, लेकिन किसान अभी कम संख्या में गेहूं की बिक्री के लिए केंद्रों पर पहुंच रहे हैं. इस वजह से 15 जून तक के लिए जो लक्ष्य तय किए गए थे, वह पूरे नहीं हो सके. इसी बीच शासन की ओर से गेहूं की खरीदी की तारीख 30 जून तक बढ़ा दी गई है. अभी तक अधिकतर क्रय केंद्र 50 से 70 फीसदी तक अपना लक्ष्य पूरा कर चुके हैं. बचे हुए लक्ष्य को लेकर केंद्र प्रभारी का कहना है कि वह इस बार अपना लक्ष्य 30 तारीख से पहले ही अपना पूरा कर लेंगे.

15 से 30 जून तक बढ़ा दी गई खरीदी की तारीख
बता दें कि शासन ने 15 अप्रैल से गेहूं की बिक्री के लिए केंद्र खोल दिये थे और 15 जून बिक्री की अंतिम तारीख रखी थी. वहीं लॉकडाउन और लक्ष्य पूरा न होने की वजह से यह तारीख 30 जून तक बढ़ा दी गई है.

कम आ रहे किसान
केंद्र प्रभारी गुरुप्रसाद ने बताया कि शुरुआत के 15 दिनों में तो किसान कम आए. इसके बाद किसानों के आने की संख्या बढ़ी. इधर कुछ दिनों से किसान फिर से कम संख्या में ही आ रहे हैं. वहीं उन्होंने बताया कि उनके क्रय केंद्र का लक्ष्य 70 फीसदी तक पूरा हो चुका है. उन्होंने यह भी बताया कि तारीख बढ़ने से वह अपना लक्ष्य पूरा कर लेंगे.

अच्छे दाम मिलने के इंतजार में रुके रहे किसान
केंद्र पर आए किसान पुष्पेंद्र तिवारी ने बताया कि वह यहां पर गेहूं बेचने आए हैं. वहीं देरी से आने पर उन्होंने बताया कि वह गेहूं के और अच्छे दाम मिलने का इंतजार कर रहे थे, लेकिन जब केंद्र पर ही सबसे अच्छे दाम मिल रहे हैं तो वह यहां पर गेहूं बेचने आ गए. वहीं उन्होंने यह भी बताया कि आरटीजीएस से बेचने के लिए सीधे अच्छे दाम मिलने के इंतजार में वह रुके हुए थे.

Last Updated : Sep 4, 2020, 12:24 PM IST

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