इटावा : थाना फ्रेंड्स काॅलोनी क्षेत्र में छह दिन पूर्व महेरा फाटक के पास रेलवे ट्रैक पर 38 वर्षीय अज्ञात युवक का शव मिला था. पुलिस की लापरवाही से शव दूसरे को सौंप दिया गया. शव का अंतिम संस्कार भी हो चुका है. इस बीच सोमवार को औरैया निवासी दूसरे परिवार ने थाना फ्रेंड्स काॅलोनी पहुंचकर शव उनके बेटे का होने का दावा कर दिया. इससे मामले में नया मोड़ आ गया. शव को चार जनवरी को शहर के आवास विकास काॅलोनी निवासी एक परिवार ने अपने बेटे के रूप में पहचान करके पोस्टमार्टम के बाद अंतिम संस्कार करा दिया था. इससे अब थाना पुलिस के पैरों तले जमीन खिसक गई है. दूसरे पक्ष ने बिना जांच के शव दिए जाने पर पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया है. एसएसपी ने मामले में एएसपी सिटी और सीओ सिटी को जांच सौंपी है. (Negligence of Etawah Police)
जानकारी के अनुसार अड्डा श्यामलाल के पास दो जनवरी को रेलवे लाइन पर एक युवक का शव पड़ा मिला था. युवक की जेब से 35 रुपये मिले थे और अन्य कोई सामान बरामद नहीं हुआ था. ट्रेन की चपेट में आने से क्षत-विक्षत शव की पहचान न होने पर थाना पुलिस ने शिनाख्त के लिए 72 घंटे के लिए मोर्चरी में रखवा दिया था. 4 जनवरी की शाम चार बजे को सिविल लाइन थाना क्षेत्र के आवास विकास काॅलोनी के रहने वाले दीन दयाल पुत्र सुरेश कुमार ने थाने पहुंचकर अज्ञात शव की पहचान बेटे अतुल कुमार का होने का दावा किया और बताया कि उनका बेटा दो दिन से घर नहीं लौटा है. पुलिस ने मोर्चरी में रखे शव को दिखाया तो दीनदयाल द्वारा कपड़ों और शव को देखकर उसकी पहचान अपने बेटे के रूप में किए जाने का दावा किया गया. साथ ही आधार कार्ड भी नाम का दिखाया गया. जिस पर पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव उन्हें सौंप दिया और परिजनों ने घर ले जाकर अंतिम संस्कार भी कर दिया.