इटावा: सूबे में राज्य विधान परिषद के चुनाव की सरगर्मियां तेज हो रही हैं. राज्य कर्मचारी सयुंक्त परिषद के प्रदेश अध्यक्ष हरिकिशोर तिवारी भी इस बार सूबे के आगरा स्नातक खण्ड निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ने की पूरी तैयारी कर चुके हैं. वह निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में यह चुनाव लड़ेंगे. अपने चुनाव कैम्पेन के दौरान उन्होंने इटावा शहर में आयोजित एक प्रेस सम्मेलन से पहले ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए यह घोषणा की है कि वे अगर राज्य विधान परिषद सदस्य बनते हैं तो वे एमएलसी की पेंशन नहीं लेंगे.
बोले राज्य कर्मचारी सयुंक्त परिषद प्रदेश अध्यक्ष, MLC बनने पर नहीं लूंगा पेंशन - one district one product
उत्तर प्रदेश के इटावा जिले में ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए हरिकिशोर तिवारी ने राज्य विधान परिषद चुनाव लड़ने की जानकारी दी. हरिकिशोर तिवारी राज्य कर्मचारी सयुंक्त परिषद के प्रदेश अध्यक्ष हैं. उन्होंने यह भी कहा कि अगर वह एमएलसी बनते हैं तो वह पेंशन नहीं लेंगे.
आगरा स्नातक खण्ड निर्वाचन क्षेत्र से प्रत्याशी और राज्य कर्मचारी सयुंक्त परिषद के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि जो मंत्री विधायक सांसद राज्य सभा सदस्य, विधान परिषद सदस्य एक साथ कई तरह की पेंशन ले रहे हैं. उनकी पेंशन सरकार को बंद कर देनी चाहिए. उन्होंने कहा कि यह ऐसा दौर चल रहा है कि सरकार आम राज्य कर्मचारी को पेंशन नहीं दे पा रही है, जबकि सरकार जनप्रतिनिधियों को मिल रही पेंशन पर लगने वाले आयकर को भी खुद ही भरती है.
'वन डिस्ट्रिक्ट-वन प्रोडक्ट' योजना में नहीं हुआ ईमानदारी से काम
हरिकिशोर तिवारी का कहना है कि स्नातक खंड राज्य विधान परिषद चुनाव के मतदाता बनाने की प्रक्रिया बेहद खराब है, इसलिए इस लोकतंत्र में इस चुनाव के मतदाता बेहद कम हैं और इस चुनाव में एक प्रतिशत मतों से ही प्रत्याशी चुनाव जीत जाता है. राज्य सयुंक्त कर्मचारी परिषद के प्रदेश अध्यक्ष का कहना है कि 'वन डिस्ट्रिक्ट-वन प्रोडक्ट' योजना में इटावा जिले में कोई काम ईमानदारी से नहीं हो पा रहा है. अगर सरकार की इस योजना पर ईमानदारी से काम किया जाए तो इस जिले में काफी हद तक बेरोजगारी की समस्या को हल किया जा सकता है.