इटावा: लॉकडाउन में बढ़ी बिजली चोरी, जानिये कितने की हुई वसूली
उत्तर प्रदेश के इटावा जिले में लॉकडाउन के समय बिजली की काफी ज्यादा चोरी की गई है. जून महीने में सिर्फ शहर में 14 करोड़ रुपये की बिजली की खपत की गई, लेकिन भुगतान सिर्फ सवा 9 करोड़ रुपये का ही हुआ.
इटावा में लॉकडाउन में बढ़ी बिजली चोरी.
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Published : Aug 9, 2020, 2:59 AM IST
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Updated : Sep 4, 2020, 12:24 PM IST
इटावा:लॉकडाउन के दौरान अधिकांश चीजों की खपत न के बराबर हो गई, लेकिन बिजली की खपत आम दिनों की अपेक्षा दोगुनी हो गई. जनपद में सिर्फ जून में 3 करोड़ यूनिट से ऊपर की बिजली की खपत हो गई, लेकिन इस दौरान बिजली की चोरी भी रिकॉर्ड स्तर पर बढ़ी. अधिशासी अभियंता राहुल बाबू ने बताया कि दक्षिणांचल विद्युत विभाग में 21 जिले आते हैं, जिसमें बिजली चोरी में जनपद पहले स्थान पर है. इसी के साथ उन्होंने बताया कि यदि इस पर जल्द रोक नहीं लगी तो जनपद को बिजली कटौती का भी सामना करना पड़ेगा.
जिले में लॉकडाउन में बढ़ी बिजली चोरी.
लॉकडाउन में बढ़ी बिजली चोरी अधिशासी अभियंता राहुल बाबू ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान जनपद में बिजली चोरी बढ़ी है. इस दौरान चेकिंग में 20 से अधिक लोगों पर एफआईआर की जा चुकी है. वहीं उन्होंने बताया कि जनपद में लॉकडाउन से पहले चेकिंग होने की वजह से लगतार बिजली चोरी पर रोक लगाई जा रही है, लेकिन लॉकडाउन के बाद बिजली चोरी बढ़ गई है.
अगर नहीं रुका लाइन लॉस तो शुरू हो जाएगी कटौती अधिशासी अभियंता ने बताया कि शासन की तरफ से लगातार बिजली चोरी पर रोक लगाने के लिए कहा जा रहा है. यदि जल्द इस पर रोक नहीं लगाई गई तो जनपद में बिजली की कटौती शुरू हो जाएगी.
10 हजार रुपये के ऊपर बिल डिफाल्टर की संख्या 9.5 हजार अधिशासी अभियंता राहुल बाबू ने बताया कि जनपद में इस समय 10 हजार रुपये से ऊपर जिनका बिल है, उन्हें डिफॉल्टर घोषित करने के लिए कहा गया है. इस समय इटावा में 54 हजार से अधिक कनेक्शन है, जिसमें 9.5 हजार डिफाल्टर हो चुके हैं.
जून माह में 14 करोड़ की बिजली खपत, सिर्फ 9 करोड़ का भुगतान अधिशासी अभियंता राहुल बाबू ने बताया कि सिर्फ जून माह में शहर में 3 करोड़ 40 लाख यूनिट बिजली ली गई थी, जिस हिसाब से 14 करोड़ रुपये का बिल बना है, लेकिन अभी तक सिर्फ सवा 9 करोड़ रुपये का ही बिल जमा हुआ है. इस वजह से करीब 4 करोड़ से अधिक का घाटा हो गया है. इस घाटे में कटिया से लेकर मीटर खराब समेत कई मामले शामिल है.
एक हफ्ते में दें जानकारी अधिशासी अभियंता ने बताया कि जनपद में सभी को एक हफ्ते का समय दिया गया है कि यदि मीटर में कोई खराबी की है या कोई भी गड़बड़ी बिजली को लेकर की है तो खुद आकर बता दें. वरना यदि जो हमारी चेकिंग में पकड़ा जाएगा, उसके ऊपर जुर्माने के साथ शासन के तहत कार्रवाई की जाएगी.
नौरंगाबाद फीडर में हो रही 82 प्रतिशत तक बिजली की चोरी अधिशासी अभियंता ने बताया कि जनपद में 37 फीडर लगे हुए हैं, जिसमें 11 में सबसे अधिक चोरी हो रही है. यह 11 फीडर की लिस्ट शासन स्तर तक बनकर आई है और शासन ने इन फीडर पर लाइन लॉस 15 प्रतिशत तक करने की बात कही है. वहीं उन्होंने बताया कि सिर्फ नौरंगाबाद फीडर में 82 प्रतिशत तक बिजली की चोरी हो रही है.