इटावा: जिला अस्पताल में इलाज के लिए आए लावारिस मरीजों की प्रति लापरवाही जगजाहिर हो रही है. सूबे की योगी सरकार सरकारी अस्पतालों की दशा सुधारने के चाहे लाख दावे करे, लेकिन सरकारी अस्पताल के डॉक्टर व कर्मी अपनी मनमर्जी से ही ड्यूटी कर रहे हैं. जिला अस्पताल में लावारिश मरीज की देख-रेख में की जा रही लापरवाही के सवाल पर अस्पताल के सीएमएस अपनी ही लापरवाहियों का बचाव करते नजर आते हैं.
इटावा जिला अस्पताल में कराहते लावारिस मरीज का नहीं कोई हमराह - itawah hospital
इटावा जिला अस्पताल में मंगलवार को एक लावारिस मरिज कराहता रहा, लेकिन आस-पास से गुजर रहे डॉक्टर अपने ही धुन में लीन दिखे.
![इटावा जिला अस्पताल में कराहते लावारिस मरीज का नहीं कोई हमराह](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-3469199-thumbnail-3x2-image.bmp)
कराहता रहा मरीज.
कराहता रहा मरीज.
कराहता रहा मरीज
- जिला अस्पताल के बेड पर पड़े लावारिस मरीज कराहते रहते हैं, इन्हें कोई भी देखने व सुनने वाला नहीं है.
- जनरल वार्ड के विस्तर पर कराह रहे लावारिस मरीज का इलाज करने की फुर्सत किसी डक्टर, नर्स के पास नहीं है.
- अस्पताल में इलाज के लिए लाया गया मरीज सड़क दुर्घटना का शिकार है.
- पुलिस ने पहले इसे जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में इलाज के लिए भर्ती कराया.
- लावारिस मरीज की मरहम पट्टी कर अस्पताल के जनरल वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है.
- तब से मरीज अपने इलाज के लिए बिस्तर पर कराह रहा है, लेकिन उसकी कोई सुनने वाला नहीं है.
- वहीं सीएमएस केएस अग्रवाल ने मरीज की देखभाल की बात करते हुए पल्ला झाड़ लिए.
Last Updated : Sep 4, 2020, 12:24 PM IST