एटाःजिले में हुए फर्जी मुठभेड़ मामले में बुधवार को अलीगढ़ रेंज के IG पीयूष मोर्डिया ने पीड़ित के घर पहुंचकर घटना की जानकारी ली. IG ने पीड़ितों को आश्वासन दिया कि दोषी चारों पुलिस कर्मियों को जल्द गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा और फर्जी तरीके से फंसाये गए सभी लोगों की जल्द रिहाई कराई जाएगी. वहीं इस मामले में आरोपी 4 पुलिस कर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर उनकी गिरफ्तारी के लिए दबिशें दी जा रही हैं. बता दें कि खाना का पैसा मांगने पर पुलिसकर्मियों ने ढाबा मालिक सहित 11 लोगों को फर्जी मुठभेड़ दिखाकर जेल भेज दिया था.
पीड़ित पक्ष के लोग जल्द होंगे रिहा
आईजी पीयूष मोर्डिया ने मीडिया को बताया कि जैसा कि हमें पीड़ित के भाई के प्रार्थना पत्र के आधार पर जानकारी हुई थी कि ढाबे पर पुलिस से विवाद के बाद 11 लोगों पर गलत उद्देश्य से एफआईआर दर्ज की गईं थी. इस मामले का संज्ञान लेते हुए जांच एडिशनल एसपी क्राइम राहुल कुमार को दी गयी थी. उनकी जांच में दोषी पुलिस कर्मियों को सस्पेंड कर उनपर संबंधित धाराओं में एफआईआर कर ली गयी है. दोनों पक्षों की विवेचना एटा पुलिस से न कराकर अलीगढ़ ट्रांसफर की गई है. ढाबा मालिक व अन्य 10 लोगों पर हुई एफआईआर को भी जांच के लिए अलीगढ़ ट्रांसफर कर दिया गया है. पीड़ित पक्ष के लोगों की जल्द ही रिहाई कराई जाएगी और दोषी पुलिस कर्मियों को गिरफ्तार कर जल्द ही जेल भेजा जाएगा.
तत्काल एसओजी प्रभारी को भी किया गया लाइन हाजिर
बता दें घटना के समय तैनात तत्कालीन एसओजी प्रभारी प्रदीप कुमार जादौन को भी एसएसपी एटा ने लाइन हाजिर किया है. एसओजी प्रभारी की जिम्मेदारी के बाद उन्हें जैथरा थाना का प्रभारी बनाया गया था. जब मामला ज्यादा तूल पकड़ा तो तत्काल लाइन हाजिर किया गया.