एटाः करवाचौथ को लेकर जिला कारागार में महिला कैदियों ने भी अपने पति के लंबी आयु के लिए व्रत रखा है. रात को चांद निकलने के बाद अपना व्रत खोलेंगी. इसके लिए जिला कारागार एटा में महिला बंदियों को करवा चौथ व्रत के लिए आवश्यक सभी प्रकार के संसाधन और आवश्यक पूजा सामग्री वितरित की गई. जिला कारागार में कुल 14 महिला बंदी व्रत रख रही है.
जेल में बंद सुहागिनों ने भी रखा करवाचौथ
यूपी के एटा जिले में करवाचौथ को लेकर जिला कारागार में महिला कैदियों ने भी अपने पति की लंबी आयु के लिए व्रत रखा है. महिलाओं ने पूरा श्रृंगार किया है और रात को चांद निकलने के बाद अपना व्रत खोलेंगी. इसके लिए जिला प्रशासन ने पूरी व्यवस्था की है.
इस वर्ष कोरोना की वजह से मुलाकात न हो पाने के कारण केवल वही बंदी महिला करवाचौथ का व्रत हैं, जिनके पति जेल में निरुद्ध हैं. पिछले वर्ष यह संख्या 45 के आसपास थी. इस वर्ष कोरोना की वजह से मुलाकात बंद है. इसलिए केवल 14 महिलाएं ही करवाचौथ का व्रत हैं. जिन महिलाओं के पति जेल से बाहर हैं, उन महिलाओं को पीसीओ पर बात करने के लिए विशेष व्यवस्था की गई है.
कारागार प्रशासन ने सभी व्रत वाली महिलाओं को पूजा-सामग्री वितरित कराया है. उन सबको व्रत के उपरांत पूड़ी, सब्जी एवं खीर की व्यवस्था भी कारागार प्रशासन द्वारा की गई है. जेल प्रशासन ने जेल में बंद महिला बंदियों की उनके पतियों से जो जेल में निरूद्ध हैं, मुलाकात कराई एवं उनके पूजा करने की विशेष व्यवस्था की गई. वहीं महिला बंदियों ने बताया कि उन्होंने अपने पति की लंबी आयु के लिए करवा चौथ का व्रत रखा है और जेल प्रशासन ने पूजा करने की सभी व्यवस्था की है.