एटा: जनपद के जलेसर में 15 मार्च को दिनदहाड़े गोली मारकर युवक की हत्या के मामले में एसएसपी ने दरोगा सहित तीन पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया है. मामले में जलेसर पुलिस की लापरवाही सामने आने पर एसएसपी उदयशंकर ने यह कार्रवाई की है. घटना के बाद परिजनों और ग्रामीणों ने जलेसर पुलिस पर आरोपियों का साथ देने की मांग करते हुए शव रखकर प्रदर्शन किया था. घटना के बाद से फरार चल रहे हत्यारोपियों को पकड़ने के लिए एसएसपी ने तीन टीमें गठित की हैं.
थाना जलेसर के गांव नगला चांद में एक मंदिर पर श्रीमद्भागवत कथा चल रही थी. भंडारा तैयार करने के लिए प्रदीप कश्यप (18) पुत्र जुगराज सिंह, सौरभ पुत्र बंगाली सिंह, लवकुश पुत्र लाखन सोमवार शाम को लकड़ी काट रहे थे. इस दौरान राजा नाम के युवक की बाइक से लवकुश घायल हो गया था. इसी बात पर हुए विवाद में आरोपियों ने प्रदीप व उसके साथियों की पिटाई कर दी थी.
जलेसर पुलिस ने आरोपियों का पक्ष लेते हुए पीड़ित युवक प्रदीप, सौरभ, लवकुश, मनोज के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली थी. जबकि, पीड़ित प्रदीप की तहरीर पर पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की. इतना ही नहीं लवकुश को थाने में बैठा लिया था.
अगले दिन मंगलवार की सुबह प्रदीप कश्यप चारा काटने गया था. आरोप है कि सोमवार को हुए झगड़े की रंजिश में दीपू पुत्र ठाकुर देवेंद्र प्रधान, राजा पुत्र सुरेंद्रपाल, विकास पुत्र वीरेश सिंह, लोकेंद्र पुत्र मुनेशपाल, तेजवीर पुत्र धीलेंद्र निवासी नगला चांद ने मिलकर बंबा के पास पटरी पर प्रदीप की गोली मारकर हत्या कर दी. हत्या के बाद शव को छिपाने के लिए लेकर जा रहे थे तभी परिजन पहुंच गए को आरोपी शव छोड़कर भाग निकले.
हत्याकांड के बाद नहीं उठने दिया शव
घटना से आक्रोशित परिजनों और ग्रामीणों ने छह घंटे तक शव नहीं उठने दिया. मामले की जानकारी पर एएसपी धनंजय सिंह कुशवाह पहुंच गए. शव को उठाकर वैन में रखवाया गया. लेकिन गुस्साए ग्रामीणों ने वैन को ही पलट दिया और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की. एएसपी के समझाने पर ग्रामीण बाद में मान गए.