कासगंज:आजादी के 75 साल पूरे होने के बाद भी यूपी के एटा जिला का एक गांव आज भी बिजली से महरूम अंधेरे तले दिवाली मनाने को मजबूर है और सूबे की योगी सरकार हर गांव बिजली पहुंचाने का दावा कर रही है. एक ओर दिवाली पर पूरा देश रंगीन झालरों से जगमगाएगा, राम नगरी अयोध्या में एक साथ नौ लाख दीये जलाकर विश्व रिकॉर्ड बनाए जाएंगे, लेकिन इस गांव के लोग दिवाली के दिन भी अंधेरे में ही रहेंगे.
ईटीवी भारत की टीम रियलिटी चैक करने को मंगलवार देर रात यूपी के एटा जिले के ब्लॉक अलीगंज के लगभग तीन सौ की आबादी वाले व 100 वोट वाले नगला तुलई में पहुंची, जहां प्रवेश करते ही घनघोर अंधेरे ने हमारा स्वागत किया. गनीमत रही कि हमारी टीम के पास एलईडी लाइटें थीं. गांव की गलियों में घोर अंधेरा था यानी बिना टॉर्च यहां जाना मुश्किल ही नहीं मुसीबत को न्योता देने जैसा था.
नगला तुलई में आजादी के 75 साल बीतने के बाद भी आज तक बिजली नहीं पहुंच सकी है. इस गांव के लोग आज भी रात में मोमबत्ती और ढिबरी की रौशनी में अपने काम करते हैं. कुछ लोगों के यहां छोटी मोटी सोलर लाइटें जरूर लगी थी, लेकिन इनकी संख्या में दो-चार घरों तक ही सीमित रही.
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ग्रामीणों के अनुसार इन सोलर लाइटों की बैटरी बामुश्किल दो घंटे चलती है. ऐसे में मोमबत्ती और दीया ही लोगों का सहारा हैं. सोलर बैटरी डिस्चार्ज होने पर लोगों को अपने मोबाइल चार्ज करने के लिए गांव से लगभग एक किलोमीटर दूर राजा का रामपुर जाना पड़ता है.
यहां सबसे बड़ी परेशानी स्कूली बच्चों को उठानी पड़ती है. बच्चों को दिन में ही पढ़ाई करनी पड़ती है. क्योंकि रात में सोलर लाइट की रौशनी मात्र दो घंटे ही मिलती है. उसमें भी उस रोशनी में घर के जरूरी काम करने पड़ते हैं और अगर दिन में बादल छा जाएं तो सोलर बैटरी चार्ज भी नहीं हो पाते हैं.