एटाःवैश्विक महामारी का कहर देश भर में जारी है, कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. देश भर की कई दवाई कंपनियां कोरोना वायरस की वैक्सीन बनाने के लिए दिन-रात कोशिश कर रही है. ऐसे माहौल में एटा जिले के डॉक्टर ने कोरोना वायरस के संक्रमण के इलाज का दावा किया है. दरअसल, एटा जिले के डॉक्टर शैलेन्द्र जैन ने संक्रमित मरीजों को 72 घंटे में संक्रमण से मुक्त करने की बात कही है.
एटाः डॉ. शैलेंद्र जैन ने कोरोना मरीजों का 72 घंटे में इलाज करने का किया दावा, रिसर्च की मांगी अनुमति
यूपी के एटा जनपद के डॉ. शैलेन्द्र जैन ने कोरोना से संक्रमित मरीजों का 72 घंटे में इलाज करने का दावा किया है. डॉ. शैलेन्द्र जैन ने इलाज के दौरान अपनाई गई थैरेपी पर रिसर्च करने के लिए भारत सरकार व आईसीएमआर से अनुमति मांगी है.
डॉ. शैलेन्द्र जैन का कहना है कि उन्होंने संक्रमित गंभीर मरीजों पर एरोसेल बेस्ड गैस थेरेपी के माध्यम से मरीज को स्वस्थ किया है. डॉक्टर शैलेंद्र जैन ने भारत सरकार व आईसीएमआर को पत्र भेजकर इस थेरेपी पर रिसर्च करने की मांग की है. डॉक्टर शैलेंद्र जैन ने बताया कि उन्होंने गंभीर कोरोना के कई मरीजों का इलाज किया है. इलाज के दौरान उन्होंने मरीजों के घर पर ही एरोसेल बेस्ड गैस थेरेपी द्वारा इलाज किया है. इस विधि से इलाज के दौरान उन्हें सकारात्मक परिणाम मिले.
डॉक्टर शैलेंद्र जैन के मुताबिक एरोसेल बेस्ट गैस थेरेपी एक प्रकार से टारगेट ओरिएंटेड थेरेपी है. यह थैरेपी सीधे शरीर के अंदर मौजूद कोरोना वायरस पर प्रभाव डालता है, जिसके कारण कोराना मरीज को जल्दी से राहत मिलती है. डॉक्टर शैलेंद्र जैन का कहना है कि इस विधि से कोरोना मरीजों का इलाज करके 7 दिनों में वायरस को समाप्त किया जा सकता है. उनके अनुसार 3 से 4 प्रतिशत कोरोना से संक्रमित मरीज साइटोकिनिनि स्ट्रोम से मर जाते हैं. डॉक्टर शैलेंद्र जैन ने बताया कि संक्रमित मरीज के भीतर यह स्ट्रोम 7 दिन के बाद आता है. इस स्ट्रोम की थैरेपी कर ली जाए, तो वायरस नहीं रहेगा और स्ट्रोम वाली समस्या भी समाप्त हो जाएगी.