एटा: जिले के सकीट थाना क्षेत्र में संदिग्ध रूप से जल जाने पर इलाज के लिए दिल्ली ले जाई गई एक महिला की शुक्रवार को मौत हो गई. चिकित्सक ने महिला के शव का पोस्टमार्टम करने से इनकार कर दिया है. महिला का दिल्ली के जिस अस्पताल में इलाज हुआ, वहां कोरोना के मरीज पाए गए हैं. यही कारण है कि चिकित्सक पोस्टमार्टम करना नहीं चाहते हैं.
दिल्ली के अस्पताल में कराया भर्ती
महिला 15 मार्च को संदिग्ध परिस्थितियों में जल गई थी, जिसके बाद परिजन उसे एटा के जिला अस्पताल लाए थे. जिला अस्पताल से इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया था, लेकिन महिला के पति ने उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया. अस्पताल में महिला को कुछ दिन आईसीयू में रखा गया था.
इलाज के लिए दिल्ली के बाद पहुंचे एटा
दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल से महिला का पति 7 अप्रैल को उसे अपने गांव ले आया. गांव में शुक्रवार को अचानक तबीयत बिगड़ने पर उसे दोपहर जिला चिकित्सालय लाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. सीएमओ डॉक्टर अजय अग्रवाल के मुताबिक सफदरजंग चिकित्सालय जहां महिला का इलाज हुआ वहां कोरोना वायरस का संक्रमण फैला हुआ है. ऐसे में बिना जांच कराए महिला के शव का पोस्टमार्टम कराते हैं और वह पॉजिटिव निकलती है, तो उसका संक्रमण चिकित्सक समेत कई लोगों को हो सकता है.
शव का होगा कोरोना टेस्ट
कोरोना के खतरे को देखते हुए पहले मृत महिला के शव से जांच नमूने लेकर लैब भेजे जाएंगे, जहां कोरोना वायरस की जांच होगी. रिपोर्ट निगेटिव आती है तो महिला के शव का पोस्टमार्टम किया जाएगा.