एटा :एटा लोकसभा सीट से दो बार सांसद रहे देवेंद्र सिंह यादव पर सपा हाईकमान ने एक बार फिर भरोसा जताते हुएसपा-बसपा गठबंधन का प्रत्याशी घोषित किया है. गठबंधन का प्रत्याशी घोषित होते हीएटा समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष अशरफ हुसैन नेदेवेंद्र सिंह यादव के जीत का दावा किया है. उन्होंने कहा किदेवेंद्र सिंह यादव पिछली बार भी बहुत अच्छा चुनाव लड़े थे. मगरमोदी लहर होने के चलते कुछ ऐसे हालात बने,जिससे उन्हें हार का सामना करना पड़ा.लेकिन इस बार सपा बसपा का गठबंधन हो जाने के बाद कोई गुंजाइश ही नहीं बचती। इस बार देवेंद्र सिंह यादव की जीत पक्की है.
एटा : देवेंद्र सिंह यादव सपा-बसपा के प्रत्याशी घोषित, गठबंधन कर रहा जीत का दावा
एटा से देवेंद्र सिंह यादव को सपा-बसपा का प्रत्याशी घोषित कर दिया गया है. ऐसे में गठबंधन जीत का दावा कर रहा है. इस मामले में सपा के जिलाध्यक्ष अशरफ हुसैन ने कहा कि इस बार जीत देवेंद्र सिंह यादव की ही होगी.
उन्होंने कहा कि इस बार के हालात ऐसे हैं कि कोई समाजवादी पार्टी की तरफ देख भी नहीं सकता है.इसके पीछे का मुख्य कारण यह है कि समाजवादी पार्टी का मुद्दा हमेशा विकास का मुद्दा रहा है.समाजवादी पार्टी जाति औरसंप्रदायिकता के आधार पर चुनाव नहीं लड़ती है.बसपा के साथ गठबंधन होने से कार्यकर्ताओं का हौसला बहुत बुलंद है.हुसैन ने आगे कहा कि बीते लोकसभा चुनाव में समीकरण औरहालात अलग होने के बाद भी देवेंद्र सिंह यादव को 2 लाख 72 हजार वोट मिले थे.इस बार तो ओबीसी, अन्य पिछड़ा वर्ग औरअल्पसंख्यक कूदकर वोट डालेंगे,जिसका किसी को अंदाजा भी नहीं है.इस बार भाजपा को एटा से हार का सामना करना पड़ेगा.
गौरतलब है कि पिछले लोकसभा चुनाव में सपा के उम्मीदवार को 2 लाख 72 हजार, बसपा के उम्मीदवार को 1 लाख 30 हजार औरभाजपा के उम्मीदवार को 4 लाख 62 हजार के लगभग वोट मिले थे.बता दें कि देवेंद्र सिंह यादव दो बार सांसद रह चुके हैं.मौजूदा समय में वह कासगंज जिले के समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष हैं. साल2014 का लोकसभा चुनाव में देवेंद्र सिंह यादव ने समाजवादी पार्टी के टिकट पर लड़ा था,जिसमें उन्हें लगभग 2 लाख 72 हजार वोट मिले थे और उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी औरकल्याण सिंह के बेटे राजवीर सिंह ने देवेंद्र सिंह यादव को लगभग दो लाख वोटों के अंतर से हराया था.