एटा : जिलेमें द्वितीय चरण का टीकाकरण उत्साह के साथ चल रहा है. फ्रंटलाइन वर्कर्स ने उत्साहित होकर टीका लगवा रहे हैं. गुरुवार को जिलाधिकारी सुखलाल भारती ने कोरोना का टीकाकरण करवाया व वैक्सीनेशन ड्राइव में भागीदारी की. उन्होंने बताया कि जिला चिकित्सालय में उन्होंने अपना टीकाकरण करवाया है. जिले में प्रथम बार कोवैक्सीन लगाई जा रही है. इससे पूर्व कोविशील्ड वैक्सीन लगाई गई थी.
डीएम सहित 1629 फ्रंटलाइन वर्कर्स ने लगवाया टीका
जिले में गुरुवार को जिलाधिकारी समेत 1629 फ्रंटलाइन वर्कर्स को कोरोना का टीका लगाया गया. जिलाधिकारी ने बताया कि जिले में पहली बार कोवैक्सीन लगाई गई. इससे पहले कोविशील्ड वैक्सीन लगाई गई थी.
जिलाधिकारी ने बताया कि कोवैक्सीन लगवाने के बाद उन्हें किसी भी प्रकार की कोई परेशानी नहीं हुई है. वे समस्त जनपद वासियों से अपील करते हैं कि नि:संकोच होकर टीकाकरण करवाएं व किसी अफवाह पर ध्यान न दें. कई रिसर्च के बाद वैक्सीन तैयार की गई है, जो कि पूरी तरह सुरक्षित है. मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अरविंद कुमार गर्ग ने बताया कि द्वितीय चरण में 11 फरवरी को कुल लक्ष्य के सापेक्ष 76.12 प्रतिशत लोगों का टीकाकरण किया गया है. विभाग द्वारा छूटे हुए लोगों से संपर्क करने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं.
मुख्य चिकित्साधिकारी ने बताया कि जनपद में गुरुवार को जिला अस्पताल में 127, जिला महिला अस्पताल में 153, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जलेसर में कुल 187, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अवागढ़ में 76, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सकीट में 98, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बागवाला में 80, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जैथरा में 78, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मिरहची में 92, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अलीगंज में 182, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र निधौली कला में 110, पीएसी टीकाकरण स्थल पर 351, पुलिस लाइन टीकाकरण स्थल पर 95 लोगों को कोरोना का टीका लगाया गया. इस प्रकार 12 टीकाकरण स्थल पर निर्धारित कुल लक्ष्य 2140 के सापेक्ष 1629 फ्रंटलाइनवर्कर्स को टीका लगाया गया.
सीएमओ ने बताया कि द्वितीय चरण में 6638 फ्रंटलाइन वर्कर्स का डाटा प्राप्त हो चुका है व जिले को 6500 डोज कोवैक्सीन की प्राप्त हो चुकी हैं. 12 फरवरी को 9 टीकाकरण बूथों पर 900 लोगों का टीकाकरण किया जाएगा. जेल अधीक्षक पवन प्रताप सिंह ने बताया कि उन्होंने बागवाला हॉस्पिटल में अपना टीकाकरण कराया है. उन्हें कोवैक्सीन लगाई गई है. उन्हें वैक्सीन लगने के बाद किसी भी प्रकार की कोई परेशानी महसूस नहीं हो रही है. वह गर्व करते हैं कि उन्होंने अपने देश का टीका लगवाया है.