एटा: नो चाइल्ड लेबर अभियान के तहत शनिवार को पुलिस ने बाल श्रम प्रवर्तन अधिकारी के साथ होटलों और दुकानों पर छापा मारा. इस टीम ने चार बाल श्रमिकों को पकड़कर घर वालों को सौंप दिया. अधिकारियों ने बाल श्रम करा रहे दुकानदारों को सख्त हिदायत देते कार्रवाई करने की बात कही है. उन्होंने अभिभावकों से कहा कि बच्चों से काम न कराएं, उन्हें स्कूल भेजें.
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अपर मुख्य सचिव के आदेश पर बाल श्रम के खिलाफ अभियान
दरअसल, एटा जिले में 14 साल से कम उम्र के बच्चों से बड़े पैमाने में मजदूरी कराई जा रही है. इसी के मद्देनजर 20 मार्च को अपर मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश शासन ने बाल मजदूरी के दलदल में फंसे बचपन को बाहर निकालने के लिए अधिकारियों निर्देशन दिए थे. उसी के बाद वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने एंटी हयूमन ट्रेफिकिग यूनिट (एएचटीयू) एवं श्रम प्रवर्तन अधिकारी एटा की संयुक्त टीम गठित कर अभियान चलाने का निर्देश दिया था. शनिवार को उसी के क्रम में नगर स्थित गांधी मार्केट और जीटी रोड स्थित दुकानों पर बाल मजदूरी करते पाए गए चार बच्चों को मुक्त कराया गया. अधिकारी बच्चों से काम कराने वाले दुकानदारों पर कार्रवाई करने की बात कर रहे हैं.
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