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देवरिया में जमीन के टुकड़े के लिए युवती की दिनदहाड़े हत्या

देवरिया जिले में जमीन को लेकर हुए विवाद में एक युवती की मौत हो गई. इससे गांव में तनाव बढ़ गया है. मौके की नजाकत को देखते हुए गांव में पुलिस गश्त कर रही है. घटना के पीछे पुलिस की लापरवाही बताई जा रही है.

दो पक्षों में हुए भूमि विवाद में युवती की हत्या
दो पक्षों में हुए भूमि विवाद में युवती की हत्या

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Published : Apr 9, 2021, 10:13 PM IST

देवरिया : जिले में मामूली बात को लेकर एक युवती की हत्या कर दी गई. यह मामला नेनुआ गांव का है, जहां दो पक्षों के बीच हुई मारपीट में युवती की हत्या कर गई. दिनदहाड़े हुई इस हत्या से गांव में तनाव बढ़ गया है. इसकी जानकारी मिलते ही बरहज सीओ और एसओ मयफोर्स के साथ पहुंच गए. मौके की नजाकत को देखते हुए गांव में पुलिस गश्त कर रही है. वहीं, घटना के पीछे पुलिस की लापरवाही बताई जा रही है.

दो पक्षों की तरफ से चले ईंट-पत्थर

मईल थाना क्षेत्र के नेनूआ गांव में शुक्रवार को नवनिर्मित मकान की नींव बनाई जा रही थी. इस दौरान एक पक्ष मकान निर्माण को गलत बताते हुए उलझ गया. बात इतनी बढ़ गई कि दोनों पक्षों के बीच मारपीट शुरू हो गई. एक पक्ष की तरफ से चले ईंट-पत्थर शोभा (32) के सिर में लग गए और वह अचेत हो गई. खून से लथपथ शोभा को घर वाले जिला अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया. घटना की खबर मिलते ही मारपीट करने वाले घर छोड़कर फरार हो गए.

गांव में बरहज सीओ आनंद देव पुलिस बल के साथ पहुंचे. पुलिस को देख पीड़ित परिवार के लोग उग्र हो गए और घटना का कारण पुलिस की लापरवाही बताते हुए दोषियों पर कार्रवाई और न्याय मांगने लगे. इस दौरान एसओ शैलेंद्र कुमार ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही घटना स्थल पर पुलिस पहुंची, लेकिन तबतक आरोपी घर छोड़कर भाग गए थे. इनकी गिरफ्तारी के प्रयास में पुलिस जुटी है.

24 घंटे के अंदर दो हत्याएं

24 घंटे के अंदर मईल थाना इलाके में दो हत्याओं का मामला सामने आया है. पहली घटना नरियाव गांव में दावत खाकर घर जाते समय प्रधान प्रत्याशी के समर्थक गुलाब पाल की डंडे से पिटाई कर हत्या कर दी गई. वहीं, अभी यह मामला ठंडा नहीं हुआ था कि नेनुआ गांव में बीए द्वितीय वर्ष की छात्रा शोभा को ईंट से प्रहार कर दबंगों ने मौत की नींद सुला दिया.

पुलिस का तंत्र कमजोर

पंचायत चुनाव में बवाल से निपटने के लिए पुलिस ने सभी गांवों के सम्भ्रांत लोगों को पुलिस मित्र बनाया है. इसके अलावा चौकीदारों से भी गांव की गतिविधियों की जानकारी लेती है. इसके बावजूद पुलिस गांव में पंचायत चुनाव को लेकर होने वाली गतिविधियों के बारे में जानकारी नहीं जुटा पा रही है. अगर समय रहते पुलिस विभाग के अफसर नहीं चेते तो जिले में अभी और इस तरह की घटनाएं घट सकती हैं.

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