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देवरिया: कोरोना के डर से पीएचसी के डॉक्टर फोन से कर रहे मरीजों का इलाज

यूपी के देवरिया में कोरोना वायरस के खतरे के बीच स्वास्थ्य विभाग के पीएचसी केंद्रों पर तैनात डॉक्टरों को भी कोरोना का डर सता रहा है. भलुअनी ब्लाक के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर तैनात डॉक्टर इमरजेन्सी सेवा बन्द कर फोन से ही मरीजों का इलाज कर रहे.

कोरोना के डर से पीएचसी के डॉक्टर फोन से कर रहे मरीजों का ईलाज.
कोरोना के डर से पीएचसी के डॉक्टर फोन से कर रहे मरीजों का ईलाज.

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Published : Apr 9, 2020, 9:25 PM IST

देवरिया: पूरा देश कोरोना वायरस जैसी महामारी का दंश झेल रहा, तो वहीं दूसरी तरफ कोरोना वायरस के संक्रमितों की प्रतिदिन बढ़ते सम्भावित खतरे के बीच स्वास्थ्य विभाग के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र केंद्रों पर तैनात डॉक्टरो को भी कोरोना का डर सता रहा है. जिससे डॉक्टर इमरजेन्सी सेवा बन्द कर फोन से ही मरीजों का इलाज कर रहे.

कोरोना के डर से पीएचसी के डॉक्टर फोन से कर रहे मरीजों का ईलाज.

जिले में कोरोना वायरस के प्रतिदिन बढ़ते सम्भावित खतरे के बीच अब स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टरों को भी कोरोना वॉयरस का डर सता रहा है. देवरिया जनपद के भलुअनी ब्लाक के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर तैनात डॉक्टर सुनील सिंह व चिपफार्मासिस्ट तुलसी यादव को कोरोना का डर इस कदर है कि इन लोगों ने इमरजेन्सी सेवा बन्द कर दिया है. वहीं अस्पताल पर आने वाले मरीजों का इलाज डॉक्टर फोन से ही कर रहे हैं. वहीं सब कुछ संज्ञान में होने के बाद भी सीएमओ जानबूझकर उदासीन बने हुए हैं.

कोरोना के डर से पीएचसी के डॉक्टर फोन से कर रहे मरीजों का ईलाज.

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वहीं इस प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र अपना इलाज कराने आये एक मरीज विनोद ने बताया कि अगर किसी की अचानक तबियत खराब होती है तो यहां की इमरजेंसी बन्द रहती है. डॉक्टर साहब फोन से इलाज कर देते हैं और फोन से पूछ लेते हैं कि खांसी तो नहीं आती है. अगर किसी ने खांसी बता दिया तो उसको फोन से देवरिया रेफर कर देते हैं.

वही सब मामला संज्ञान होने के बाद भी सीएमओ आलोक पाण्डेय का कहना था कि आप के द्वारा मामला संज्ञान में आया है. इसकी जांच कराई जायेगी.

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