देवरिया:पुलवामा में हुए आतंकी हमले में देवरिया के लाल विजय कुमार मौर्य शहीद हो गए थे. शहीद के पैतृक गांव छपिया जयदेव में प्रथम शहादत दिवस पर उनकी छह फुट ऊंची प्रतिमा का अनावरण उनकी पत्नी विजय लक्ष्मी ने किया. शहीद के परिजनों ने अपने खर्चे से गांव में स्मारक का निर्माण कर उसमें शहीद की प्रतिमा स्थापित की है.
देवरिया में शहीद स्मारक नहीं बनवा पाई सरकार, वादों की खुली पोल - पुलवामा आंतकी हमला
उत्तर प्रदेश के देवरिया के लाल विजय कुमार मौर्य 14 फरवरी को पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हो गए थे. शहीद के पैतृक गांव में उनकी 6 फुट ऊंची प्रतिमा का अनावरण उनकी पत्नी विजय लक्ष्मी ने किया.
शहीद के परिजनों ने अपने पैसे से बनवाया स्मारक, किया प्रतिमा का अनावरण
जिला प्रशासन ने शहीद विजय मौर्य के परिजनों से वादा किया था कि गांव में शहीद के नाम से पार्क बनाया जायेगा. इसमें शहीद की प्रतिमा भी लगाई जायेगी. साथ ही छपिया जयदेव के प्राथमिक विद्यालय का नाम भी शहीद विजय मौर्य के नाम से रखा जायेगा, लेकिन प्रशासन द्वारा यह कार्य नहीं किया गया. इसके बाद परिजनों ने खुद शहीद विजय मौर्य के नाम से पार्क का निर्माण किया और प्रतिमा लगा के अनावरण किया.
शहीद की पत्नी ने कहा कि बेटी को भी भेजूंगी सेना में
मुझे मेरे पति की शहादत पर गर्व है. जब कोई मुझे विजय मौर्य की पत्नी के रूप में बुलाता है तो गर्व महसूस होता है. बेटी को भी अच्छे से पढ़ा कर सेना में भेजूंगी. शहीद स्मारक का निर्माण गांव में हम लोगों ने कराया है. प्रशासन ने भी गांव में गेट और सड़क बनवाने के अलावा कई काम कराए हैं. गांव का विद्यालय शहीद के नाम पर करने का अनुरोध किया था. अभी तक इस बारे में कोई पहल नहीं होने का दु:ख है.
शहीद के पिता का दर्द, सरकार ने वादा नहीं किया पूरा
शहीद के पिता रामायन मौर्य कहते हैं कि शासन ने भी शहीद की याद में स्मारक बनाने का भरोसा दिया था, लेकिन कोई पहल नहीं हुई. इसके बाद खुद बेटे के नाम से पार्क बनाकर मूर्ति स्थापित करने का निर्णय लिया सरकार ने ज्यादातर वादे निभाये लेकिन स्मारक और बड़े बेटे की विधवा को नौकरी का वादा पूरा नहीं किया.