देवरियाःएक निजी अस्पताल की डॉक्टर की लापरवाही महिला को भारी पड़ गई. ऑपरेशन के दौरान डॉक्टर महिला के पेट में ही तौलिया भूल गई. महिला की हालत बिगड़ने के बाद भी वो उसी डॉक्टर से इलाज करवाती रही. महिला का स्वास्थ्य बिगड़ने पर उसे गोरखपुर ले जाया गया. जहां दोबारा ऑपरेशन कर महिला के पेट से तौलिया निकाला गया. इस लापरवाही से महिला के पेट में संक्रमण हो गया है. जिससे उसकी हालत गंभीर बनी हुई है. इस मामले की शिकायत के बाद डीएम के निर्देश पर सीडीओ ने जांच शुरू कर दी है. जांच की भनक लगते ही लापरवाह महिला डॉक्टर फरार हो गई है.
डॉक्टर की लापरवाही महिला को पड़ी भारी
महुआडीह थाना क्षेत्र के हेतिमपुर गोसाई टोला निवासी हरिहर गिरी की पत्नी रेखा को साल 2019 के अगस्त महीने मेंं डिलिवरी होने वाली थी. उन्होंने गौरी बाजार चौराहे पर स्थित दिनेशा हॉस्पिटल में पत्नी को भर्ती कराया. जहां डॉक्टर संगीता सिंह ने उनका सिजेरियन ऑपरेशन किया. रेखा के मुताबिक ऑपरेशन के बाद उसे पेट दर्द और उल्टी होनी शुरू हो गई. इस दौरान डॉक्टर संगीता एनीमिया और गैस की बीमारी बताकर उसका इलाज करती रहीं.
दोबारा ऑपरेशन में पेट से निकला तौलिया
नवंबर में डॉक्टर संगीता सिंह ने उसे हार्निया की बीमारी बताई और कहीं और दिखाने की सलाह दी. 8 नवंबर को रेखा गोरखपुर मेडिकल कॉलेज पहुंचीं. जहां 28 नवंबर तक उसका इलाज किया गया. लेकिन हालत में कोई सुधार नहीं हुआ. रेखा के पति हरिहर ने बताया कि लखनऊ में भी उसने अपनी पत्नी का इलाज कराया. बीते 29 जनवरी को हालत बिगड़ने पर रेखा गोरखपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती हुई. यहां डॉक्टर ने 2 फरवरी को उसका दोबारा ऑपरेशन कर पेट में से तौलिया निकाला.
लापरवाही से पेट में फैला संक्रमण
पहली बार के ऑपरेशन में हुई लापरवाही से उसके पेट में पूरी तरह संक्रमण फैल गया. जिसके चलते उसके शरीर के कई अंग काटकर बाहर निकालना पड़ा. अभी उसके पेट का संक्रमण पूरी तरह ठीक नहीं हुआ है और उसकी हालत गंभीर बनी है.
डीएम ने गठित की जांच कमेटी
पीड़ित महिला का पति शिकायत लेकर जब दिनेशा हॉस्पिटल पहुंचा, तो वहां के डॉक्टरों ने उसे धमकी देकर चुप करा दिया. पीड़िता के परिजनों ने इस बात की शिकायत डीएम से की है. तत्कालीन डीएम के निर्देश पर सीडीओ के नेतृत्व जांच शुरू हो गई है. सीडीओ ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है.