देवरिया : घर से लापता एक प्राइवेट विद्यालय के प्रबंधक का शव बुधवार को राप्ती नदी में मिला. शव का फोटो वाट्सअप ग्रुप पर वायरल होने पर घरवालों को इसकी जानकारी हुई. गांव वालों की मदद से शव को बाहर निकाला गया. शव देख परिजन विलाप करने लगे.
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घर से निकले थे देवरिया जाने की बात कहकर
देवरिया के बरहज थाना क्षेत्र के खोड़ा गांव निवासी राममिलन यादव (57) महर्षि वाल्मीकि विद्या मंदिर खोड़ा के प्रबंधक थे. मंगलवार शाम करीब चार बजे परिजनों से देवरिया जाने की बात कहकर घर से निकले. देररात तक वह घर नहीं आए तो परिजनों ने तलाश शुरू की लेकिन उनका पता नहीं चला. उनका मोबाइल भी स्विच ऑफ था. बुधवार तड़के कपरवार गांव के विनोबापुरी टोला के समीप राप्ती नदी में उनका शव देखकर लोगों की भीड़ जुट गई. किसी ने शव का फोटो वाट्सअप ग्रुप में डाल दिया. खोड़ा गांव के पूर्व ग्राम प्रधान प्रमोद सिंह ने वाट्स एप पर शव का फोटो देखकर घरवालों को सूचना दी. ग्रामीणों संग नदी किनारे पहुंचे प्रबंधक के बड़े भाई रामआलम यादव और उनके बेटे ध्रुव नारायण यादव ने शव की शिनाख्त की. इस बाबत एसआई विरेंद्र मौर्य ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है.
कर्ज के बोझ तले दबे थे प्रबंधक
बताया जा रहा है कि प्रबंधक राममिलन इस समय आर्थिक तंगी से जूझ रहे थे. इसके चलते उनको विद्यालय का संचालन करने में भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था. इधर-उधर से लिए गए कर्ज से भी वह काफी परेशान थे. घरवालों के अनुसार कई दिनों से काफी चिंतित थे. उधर, गांव वालों ने हत्या की आशंका जताई है. पुलिस प्रबंधक के मोबाइल की मदद से हत्या और आत्महत्या की गुत्थी से पर्दा उठाने में जुटी है.