उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

ETV Bharat / state

उपचुनाव में पराजित हुए विपक्षी शूट-बूट पहनकर दे रहे हैं धरनाः सूर्य प्रताप शाही - दिल्ली सीमा पर किसान आंदोलन

अपने गृह जनपद देवरिया पहुंचे कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि भारत बंद पूरी तरह से फेल हैं. धरने पर बैठे लोग कोई भी किसान नहीं है. उत्तर प्रदेश के 93 प्रतिशत व पूरे भारत के 90 प्रतिशत किसान अपने खेत में काम कर रहे हैं. बिचौलिये और राशन की कालाबाजारी करने वाले लोग हैं जो सूट बूट पहनकर महंगी गाड़ियों से आकर धरने पर बैठे हैं.

agriculture minister surya pratap shahi
कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही.

By

Published : Dec 9, 2020, 8:07 AM IST

देवरियाःअपने गृह जनपद पहुंचे कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि भारत बंद पूरी तरह से फेल है. धरने पर बैठे लोग कोई भी किसान नहीं है. उत्तर प्रदेश के 93 प्रतिशत व पूरे भारत के 90 प्रतिशत किसान अपने खेत में काम कर रहे हैं. बिचौलिये और राशन की कालाबाजारी करने वाले लोग हैं जो सूट बूट पहनकर महंगी गाड़ियों से आकर धरने पर बैठे हैं.

कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही.

भारत बंद पूरी तरह से हुआ फेल
अपने गृह देवरिया जनपद पहुंचे कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि आज भारत बंद पूरी तरह से विफल है. किसान अपने खेतों में काम कर रहा है और वो गेहूं की बुवाई और सिंचाई कर रहा है. कुछ लोग जो किसान नहीं है और राजनीतिक से प्रेरित है या बहुत बड़े लोग हैं जो खुद बिचौलिये का काम करते हैं. उन लोगो ने दिल्ली के पास घेराव करने का प्रयास किया है. लेकिन पूरे भारत के किसानों ने इस आंदोलन को अस्वीकार किया है. आज कुछ लोग जो बड़ी बड़ी गाड़ियों से जाकर दिल्ली में धरने पर बैठने वाले वास्तविक रूप से किसान नही हैं. ये लोग न ही किसानों के हितैषी हैं. यह वे लोग हैं जो लोकसभा, उत्तर प्रदेश और अन्य प्रदेशों के उप चुनाव में पराजित हुए हैं. ऐसे लोग मोदी सरकार को बदनाम करने के लिए एक सुनोयोजित खड़यंत्र किया है, इसलिए उनको किसानों का समर्थन नहीं मिला है.

पूरे देश के किसान कर रहे खेतों में काम
कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि यूपी के 93 प्रतिशत व पूरे भारत के 90 प्रतिशत किसान अपने खेत में काम कर रहे हैं. वह बिचौलिये और राशन की कालाबाजारी करने वाले लोग हैं जो सूट-बूट पहन कर महंगी गाड़ियों से आ कर धरने में बैठे है. जमीनी किसान अपने खेतो में काम कर रहे हैं. किसान अनाज उगाकर अपनी जीविका चला रहे है. उन्हें इस कानून का किसी प्रकार का भी विरोध नहीं है. यह सब विपक्षियों की साजिश है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details