चित्रकूट:बुंदेलखंड के गरीब किसानों को अपनी फसल को लेकर हमेशा डर लगा रहता है. ऐसे में ये जानवर बोई हुई फसलों को खेतों में घुसकर नुकसान पहुंचाते हैं. किसानों को अपनी फसल को बचने का कुछ उपाए न मिलने पर उन्होंने गांव के ही विद्यालय में जानवरों को बन्द करके विद्यालय को पशुबाड़े में तब्दील कर दिया.
आवारा पशुओं का बाड़ा बना विद्यालय. पशुबाड़ा बना विद्यालय
वीडियो में दिख रही तस्वीरें चित्रकूट की मऊ तहसील के गांव खपटिहा कला विद्यालय की हैं. जहां प्रधान और सचिव की मिलीभगत के चलते आज तक गोशाला का निर्माण नहीं हो सका है. इसके चलते किसानों ने इन पशुओं से तंग आकर जानवरों को गांव के विद्यालय में ही बंद कर दिया, जिससे विद्यालय संचालन में व्यवधान हो रहा है. इस बाबत जिलाधिकारी ने कहा है कि विद्यालय में पशु बांधने पर विद्यालय संचालन में व्यवधान किया गया है, ऐसे में शरारती तत्वों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
जिलाधिकारी ने सभी ग्राम पंचायतों को सख्त आदेश दिए हैं कि एक भी जानवर रोड पर दिखे तो प्रधान और सचिव पर सख्त कार्रवाई होगी, लेकिन ब्लाकों में किसी भी प्रधान और सचिव के कान पर जूं तक नहीं रेंगी. लिहाज़ा इसका खामियाजा छात्रों को भुगतना पड़ रहा है. मामला यहीं तक सीमित नहीं है. आपको बता दें कि गांव के सचिव ने वहां के सफाईकर्मियों को सफाई की जगह अन्ना पशुओं को भगाने में लगा दिया है. इससे गांव में गंदगी का अंबार लग गया है. जहां सरकार बार-बार अन्ना पशुओं को पकड़ने के लिए लोगों को लगाने की बात कर रही है, वहीं सरकार के नौकरशाह ही सरकार की मंशा पर पानी फेरते नज़र आ रहे हैं.