चित्रकूट:आए दिनों जिले में खनिज माफियाओं की दबंगई से अवैध खनिजों का व्यापार बढ़ता जा रहा था. इस पर राजस्व विभाग की ताबड़तोड़ छापेमारी ने सेंध लगा दी. बालू माफिया बिना राजस्व दिए अवैध तरीके से बालू की कालाबाजारी करते थे. व्हाट्सअप के जरिए एक-दूसरे को अधिकारियों की लोकेशन की सूचना दे देते थे, जिससे बालू माफिया सतर्क हो जाते और अधिकारियों की गिरफ्त से बच जाते थे.
राजस्व विभाग ने कसा खनिज माफियाओं पर शिकंजा. राजकुमार संगम नाम के सरकारी अधिकारी की सूझ-बुझ ने बालू माफियाओं पर शिकंजा कस दिया. दरअसल, राजकुमार संगम ने बालू माफियाओं को पकड़ने के लिए एक तरकीब बनाई. इस दौरान उन्होंने सरकारी वाहन की बजाए अपनी निजी वाहन का इस्तेमाल किया. इससे बालू माफिया अधिकारी की लोकेशन ट्रैक नहीं कर सके और राजकुमार संगम के जाल में फंस गए. इस दौरान राजस्व विभाग ने खनिज माफियाओं की एक दर्जन से ज्यादा गाड़ियों को सील कर दिया.
राजस्व विभाग की गिरफ्त में बालू माफिया
- अवैध तरीके से चल रहे बालू माफियाओं पर राजस्व विभाग ने शिंकजा कसा है.
- राजस्व विभाग की ताबड़तोड़ छापेमारी से खनिज माफिया सख्ते में हैं.
- बालू माफियाओं की तकरीबन एक दर्जन से ज्यादा गाड़ियां जब्त की गई है.
- योजना के तहत राजस्व विभाग ने बालू माफियाओं को रंगे हाथ पकड़ा.
- राजकुमार संगम नाम के अधिकारी की सूझ-बुझ से बालू माफियाओं को पकड़ा गया है.
- माफियाओं को पकड़ने के लिए अधिकारी ने सरकारी गाड़ी के बजाए निजी गाड़ी का इस्तेमाल किया.
- माफिया राजकुमार संगम की चालाकी से गुमराह हो गए.
- राजस्व विभाग ने सभी गाड़ियों को कब्जे में लेकर मामला दर्ज कर लिया है.
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जिन ट्रकों पर कार्रवाई की गई है, वे अवैध तरीके से खनिज सप्लाई किया करते थे, जोकि राजस्व की चोरी की श्रेणी में आते हैं. फिलहाल इन ट्रकों को पुलिस लाइन में स्थित अग्नि सम्यक विभाग की अभिरक्षा में सुपुर्द कर दिया है.
- राजकुमार संगम, खनिज अधिकारी, राजस्व विभाग