चित्रकूट: जिले में पीएम नरेंद्र मोदी के द्वारा एफपीओ (फार्मर प्रोड्यूसर ऑर्गेनाइजेशन) का शुभारंभ किया गया. भरतकूप गोंड गांव के कार्यक्रम स्थल में एफपीओ से संबंधित कई स्टॉल लगाए गए. स्टॉल का प्रधानमंत्री मोदी ने स्वयं जाकर अवलोकन किया. एफपीओ का हिंदी में अर्थ किसान उत्पादक संगठन है. इस स्टॉल में अलग-अलग प्रदेशों से आए एफपीओ से जुड़े किसानों ने स्टॉल लगाकर चित्रकूट के किसानों से अपना अनुभव साझा किया.
एफपीओ का मतलब किसान उत्पादक संगठन. इसका मतलब किसानों का एक ऐसा समूह, ऐसा संगठन जो उत्पादन भी स्वयं करता है और स्वयं उपभोक्ता होता है. किसान संगठन बनाकर कंपनी का नाम देकर स्वयं अनुमानित मूल्य निर्धारण कर बाजार में सामान बेच सकता है. एफपीओ में कम से कम 10 किसान से ज्यादा सदस्य होते हैं. इसमें पांच बोर्ड ऑफ डायरेक्टर और 5 से 15 या इससे अधिक संख्या में शेयर होल्डर होते हैं, जो 1000 रुपये लगाकर शेयर होल्डर बन जाते हैं. इसके बाद कंपनी का रजिस्ट्रेशन होता है. कंपनी में एक पद सीईओ का होता है, जिसे 3 वर्षों तक वेतन नाबार्ड द्वारा दिया जाता है.
एफपीओ फार्मर प्रोड्यूसर ऑर्गेनाइजेशन में बोर्ड ऑफ डायरेक्टर के पास पैन कार्ड होना जरूरी है. वह भी किसान होना चाहिए, बाकी किसानों के पास जमीन खेती से संबंधित कागजात और पहचान पत्र होना आवश्यक होता है, एफपीओ से जुड़ने के कई महत्वपूर्ण फायदे हैं, जिससे किसानों को भरपूर मदद मिलती है. एक खाद-बीज एक जगह ही संगठन के जरिए मिल जाता है, जिससे किसानों का समय कम लगता है.