चित्रकूट:जिला अस्पताल चित्रकूट बदहाली से क्यों जूझ रहा है? आखिरकार जब यहां पर डॉक्टरों की तैनाती है. फिर भी दूर दराज से आने वाले मरीजो की भीड़ लगी रहती है. लेकिन डॉक्टर है कि सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं. तमाम शिकायतें मिलने के बाद आज जिलाधिकारी शेषमणि पाण्डेय ने जिला मुख्यालय सोनेपुर जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण किया तो अस्पताल में हड़कम्प मच गया.
चित्रकूट: जिला अस्पताल में जिलाधिकारी का औचक निरीक्षण, अस्पताल में गंदगी का अंबार
चित्रकूट जिला अस्पताल में सौ बेड युक्त है. यहां पर इलाज के सारे बंदोबस्त भी हैं, लेकिन स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही और मनमानी के चलते यहां पर दूर दराज से इलाज कराने के लिए आने वालों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.
चित्रकूट के जिला अस्पताल में जिलाधिकारी का औचक निरीक्षण.
जिलाधिकारी का फूटा गुस्सा-
- चित्रकूट जिला अस्पताल में 32 डॉक्टरों की जगह में मात्र 12 डॉक्टरों की पोस्टिंग है.
- उसमे भी 4 डॉक्टर वीआईपी ड्यूटी में चले जाते हैं.
- मात्र 8 डॉक्टरों के बल पर ही मरीजों की भीड़ निपटाई जाती है.
- छोटी-छोटी बीमारियों से ग्रसित मरीजों को भी रेफर कर दिया जाता है.
- डॉक्टर न होने की वजह से बाहर जाकर ईलाज कराने को मजबूर होना पड़ता है.
- जननी सुरक्षा का भी यहां पर मजाक उड़ाया जा रहा है.
- जच्चा बच्चा वार्डो में कूलर पंखे शोपीस बने हुए हैं और गंदगी का अंबार लगा है.
- जिलाधिकारी सी.एम.ओ. और सी.एम.एस. के ऊपर भड़क गए और तुरन्त सफाई करने के आदेश दिए.
- साथ ही नदारद डॉक्टरों के वेतन काटने के निर्देश दिए.
- साथ ही मुख्य चिकित्सा अधीक्षक एस.एन. मिश्रा को फटकार लगाई.