चित्रकूटःगुरुवार को श्री राम की तपोभूमि में तमसा नदी के किनारे बसंत पंचमी के अवसर पर भव्य आरती का आयोजन किया गया. इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य प्रायः विलुप्त होती जा रही नदियों के संरक्षण व संवर्धन के दिशा में कार्य करना और नदी को प्रदूषण मुक्त करना है.
तमसा नदी पर की गई भव्य आरती. तमसा नदी पर आरती का शुभारंभ
गुरुवार को जिले के संत महंतों ने वाल्मीकि नदी द्वितीय तमसा नदी पर आरती का शुभारंभ किया. इस दौरान जिलाधिकारी शेषमणि पाण्डेय ने तमसा नदी के तट पर मां सरस्वती का पूजन अर्चना कर वाल्मीकि नदी में दीप प्रज्ज्वलित किया, जिसके बाद कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया.
विद्वान बसंत के हृदय को प्रणाम
जिलाधिकारी शेषमणि पाण्डेय ने सभी संत महंतों व क्षेत्रवासियों को बसंत पंचमी की हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए कहा कि सरस्वती मां से प्रार्थना करूंगा कि सब लोग आगे बढ़ने के साथ-साथ स्वस्थ रहें. साथ ही उन्होंने कहा कि वाल्मीकि जी के महत्व को सब लोग जानते हैं. ऐसे विद्वान वसंत के हृदय को प्रणाम करता हूं. सीएम योगी को वाल्मीकि आश्रम से बहुत लगाव है.
शासन से दो करोड़ रुपये की स्वीकृत
साथ ही डीएम ने बताया कि यहां के विकास कार्य के लिए शासन से दो करोड़ रुपये स्वीकृत हो गए हैं, जिस पर विकास कार्य कराया जाएगा. दीनदयाल शोध संस्थान के संगठन सचिव अभय महाजन भी सहयोग कर रहे हैं. अभय महाजन ने आश्रम में आरोग्य मेले का आयोजन किया है, जिसमें लगभग 700 लोगों ने इसका लाभ उठाया है.
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