चित्रकूट: गो संरक्षण व गो संवर्धन के लिए बनाई गई स्थाई गोशालाओं में खुले आसमान के नीचे हैं ठंड में गोवंश रहने को मजबूर हैं. भूख प्यास से दम तोड़ रहे गोवंश बाड़ा तोड़कर अपनी जान बचा रहे. वहीं चित्रकूट के पाठा के कुछ गरीब किसानों के ऊपर अब भुखमरी का संकट गहराने लगा है. बाड़ा तोड़कर लगभग 400 गोवंश ने किसानों की 50 से 60 बीघे की फसल चट कर दी है.
- चुरेह कशेरुवा गांव के स्थाई गो आश्रय केंद्र में लगभग 400 से 500 गोवंश को आश्रय दिया गया है.
- इन गोवंशों की सेवा के लिए कर्मचारी नियुक्त किए गए हैं.
- ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए कहा कि स्थाई आश्रय केंद्र में 4 दिनों से गोवंश भूखे, प्यासे बंधे हैं.
- गोवंशों को किसी भी तरह की भूसा, चारे की कोई व्यवस्था नहीं की गई.
ठड़ में ठिठुरने को मजबूर गोवंश
ग्रामीण भोला ने बताया कियह गोवंश 4 दिनों से भूखे प्यासे थे. इन्हें चारा पानी भी नहीं मिला जबकि एक गोवंश का बच्चा भूख प्यास और ठंड के चलते अपनी जान गवां बैठा है.