चित्रकूट: जिले के पूर्व माध्यमिक विद्यालय में छात्रों को पढ़ाने के बजाय उनसे जमकर बाल मजदूरी कराई जा रही है. स्कूल में बच्चों से भारी वजन की चावल की बोरियां उठवाई जा रही हैं. स्कूलों में बाल श्रम कराए जाने से परेशान बच्चों की संख्या लगातार कम हो रही है. इस बारे में सहायक बेसिक शिक्षा अधिकारी का कहना है कि इस मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी.
चित्रकूट: पूर्व माध्यमिक विद्यालयों में जमकर कराई जा रही बाल मजदूरी
उत्तर प्रदेश के चित्रकूट में प्राथमिक विद्यालय में बच्चों से जमकर मजदूरी कराने का मामला सामने आया है. इस वजह से अभिभावक अपने मासूमों को स्कूल भेजते से कतरा रहे हैं और यही कारण है कि दिन पर दिन स्कूलों में बच्चों की संख्या घटती जा रही है.
पूर्व माध्यमिक विद्यालयों में जमकर हो रहा बालश्रम.
क्या है पूरा मामला
- मामला चित्रकूट जनपद के मानिकपुर तहसील के करामर प्राथमिक विद्यालय का है.
- यहां प्रधानाध्यापक द्वारा बच्चों से जमकर मजदूरी कराई जा रही है.
- छोटे-छोटे मासूमों से भारी वजन वाले चावल की बोरियां रखवाई जा रही हैं.
- स्कूलों में बच्चों से मजदूरी कराने के चलते अभिभावक अपने मासूमों को स्कूल भेजने से कतरा रहे हैं.
- इसी कारण से कि दिन प्रति दिन स्कूलों में बच्चों की संख्या घटती जा रही है.
- हाल ही में झांसी में बालश्रम के चलते एक मासूम बच्चे की जहरीला कीड़ा काट लेने से मौत हो गई थी.
- चित्रकूट का शिक्षा विभाग इस घटना के बाद भी कोई सीख नहीं ले रहा है.