चित्रकूटः जिला कारागार में शुक्रवार को हुए गैंगवार के मामले में अहम खुलासा हुआ है. गैंगवार में मारे गए मेराजुद्दीन (मेराज) के सिर और पेट में गोली लगी थीं. दोनों गोली उसके शरीर से पार हो गई थीं. यह खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हुआ. मेराजुद्दीन का पोस्टमार्टम शुक्रवार देर रात तीन डॉक्टरों के पैनल द्वारा कराया गया. इसके बाद जिला प्रशासन ने रात में ही मेराजुद्दीन(मेराज) के शव को परिजनों को सौंप दिया. वहीं, जेल गोलीकांड मामले में मृतक मुकीम काला और पुलिस मुठभेड़ में मारे गए शार्पशूटर अंशुल दीक्षित का शव पोस्टमार्टम के बाद आज (शनिवार) उनके परिजनों को सौंप दिया गया.
मेराजुद्दीन का शव ले गए बनारस
मेराजुद्दीन (मेराज) की डेड बॉडी लेकर परिजन बनारस के लिए रवाना हो गए हैं. मेराजुद्दीन को दो गोलियां अंशुल दीक्षित ने मारी थीं. एक गोली मेराजुद्दीन के सिर पर लगी थी और दूसरी गोली उसके पेट पर लगी थी. वहीं, गैंगवार में ढेर मुकीम काला की डेड बॉडी को लेने के लिए उसके परिजन चित्रकूट पहुंचे, जहां पर उनकी सहमति से मुकीम काला का भी तीन डॉक्टरों के पैनल द्वारा पोस्टमार्टम किया गया है.
मृतक मुकीम काला की मां मीना का आरोप
मुकीम काला के परिजनों ने आरोप लगाया है कि मुकीम काला की हत्या साजिश के तहत की गई है. उन्होंने कहा कि साजिश की तहत ही उसे चित्रकूट जेल में शिफ्ट किया गया था. जिस जेल में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था रहती है, वहां अंदर पिस्टल पहुंचाई गई, जबकि जेल में मिलने पहुंचे परिजनों से चम्मच भी अंदर जाने नहीं दिया जाता. साथ ही आरोप लगाया कि इस पूरे मामले में जेल अधीक्षक और जेलर की मिलीभगत है.
ये बोले अंशुल दीक्षित के पिता जगदीश दीक्षित
गैंगस्टर अंशुल दीक्षित के पिता जगदीश दीक्षित ने आरोप लगाया कि उनके बड़े पुत्र को पहले ही प्रशासन गायब कर चुका है. अब दूसरे बेटे को भी मिलीभगत से मरवा दिया. अब उनके पास कुछ नहीं है. ग्रामीण बैंक से सेवानिवृत्त जगदीश दीक्षित ने दुखी मन से कहा कि सत्यता कुछ और ही है और शासन कुछ और दिखा रहा है. वहीं, परिजनों की सहमति से अंशुल दीक्षित का भी पोस्टमार्टम डॉक्टरों को पैनल द्वारा किया गया. पोस्टमार्टम के बाद उसकी डेड बॉडी को परिजनों को सौंपा.