सोनभद्र :एक तरफ जहां लोग रिटायरमेंट के बाद अपना जीवन परिवार के साथ व्यतीत करना चाहते हैं, तो वहीं मिर्जापुर के रहने वाले वरिष्ठ अधिवक्ता अरविंद कुमार दुबे ने 67 वर्ष की उम्र में दूसरी पारी खेलकर देश स्तरीय इंडियन मास्टर एसोसिएशन एथलीट चैंपियनशिप 2019 के लांग जंप में कांस्य पदक जीतकर देश का नाम रोशन किया है. अरविंद कुमार दुबे पेशे से उत्तर प्रदेश न्यायिक सेवा में नाजिर पद पर काम कर चुके हैं.
कांस्य पदक विजेता अरविंद दुबे जी का मानना है कि नई पीढ़ी को आगे आकर खेल में रुचि लेना चाहिए और देश का नाम रोशन करना चाहिए. सरकार से मांग है कि खिलाड़ियों के लिए अधिक से अधिक सुविधा मुहैया कराई जाये ताकि खिलाड़ी अपने साथ- साथ देश का सम्मान भी बढ़ता रहे.
इंडियन मास्टर एसोसिएशन एथलीट चैंपियनशिप 2019
अपने साथी अधिवक्ता को इंडियन मास्टर एसोसिएशन एथलीट चैंपियनशिप 2019 का कांस्य पदक वह भी 67 वर्ष की उम्र में जीतकर देश का गौरव बढ़ाने के लिए खुशी जाहिर करते हुए वरिष्ठ अधिवक्ता शेष नारायण दीक्षित ने कहा कि हमारे पास शब्द नहीं है, नि:शब्द हो चुका हूं, अभिभूत हूं अपने मित्र की इस उम्र में ये जोश और ज़ज्बा देखकर. इसके पहले उत्तर प्रदेश न्यायिक सेवा में जजों के साथ नाजिर के पद पर काम कर चुके हैं. उसमें भी इनका कार्यकाल बहुत अच्छा था. साथ में हम लोग वॉलीबॉल खेलते थे. शुरू से ही उनकी रुचि खेलों में रही है. खेलों के प्रति उन्होंने कीर्तिमान हासिल किया है.
उत्तर प्रदेश में उन्होंने 200 मीटर की दौड़ में पदक जीता था. इस बार भी देश स्तर के लांग जंप में पदक जीता है. प्रधानमंत्री से हमारी मांग है कि हर वर्ग के खिलाड़ियों के लिए सुविधा उपलब्ध कराएं ताकि देश का नाम रोशन हो. तकलीफ इस बात की है कि पांडे जी के पास कोई सुविधा नहीं थी. यह देश के लिए बहुत शर्म की बात है.
वहीं नासिक में हुए इंडियन मास्टर एसोसिएशन एथलीट चैंपियनशिप 2019 का लांग जंप में कांस्य पदक जीत कर आए अरविंद दुबे ने बताया कि यूपी से सेलेक्ट होकर नासिक में प्रदेश का प्रतिनिधित्व करने गया हुआ था. वहां 65 वर्ष की आयु वर्ग में लांग जंप में मेडल जीता. इसके बाद इंटरनेशनल गेम के लिए जाने के लिए कहा गया है. अक्टूबर 2019 में इंटरनेशनल गेम के लिए ऑस्ट्रेलिया या श्रीलंका जाना है.
नई पीढ़ी को कहना चाहता हूं कि आगे आए और खेल में देश का नाम रोशन करें साथ ही सरकार से गुजारिश है कि खिलाड़ियों को अधिक से अधिक सुविधा दें ताकि खिलाड़ियों के साथ -साथ देश का सम्मान बढ़ता रहे.