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लखनऊ मेयर ने अफसरों संग देखी फिल्म 'उरी', खास था मौका - Mayer Lucknow

स्वच्छता सर्वेक्षण 2019 के फीडबैक में नंबर वन बनने की खुशी में रविवार को नगर निगम अधिकारी, कर्मचारी और पार्षदों ने फिल्म उरी देखी . इसमें उनके साथ मेयर लखनऊ भी शामिल हुई.

स्वच्छता सर्वेक्षण की रेटिंग में लखनऊ को मिले नंबर वन स्थान

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Published : Feb 4, 2019, 7:54 AM IST

लखनऊ: स्वच्छता सर्वेक्षण की रेटिंग में लखनऊ को मिले नंबर वन स्थान के बाद महापौर संयुक्ता भाटिया ने नगर आयुक्त डॉ इंद्रमणि त्रिपाठी व अन्य अधिकारी व पार्षदों के साथ फिल्म उरी द सर्जिकल स्ट्राइक देखी इस दौरान थिएटर में मेयर के संग छोटे-छोटे बच्चों ने सेल्फी भी खिंचवाई.

स्वच्छता सर्वेक्षण 2019


राजधानी की महापौर संयुक्ता भाटिया ने आज देर शाम नगर निगम के अधिकारियों और बीजेपी पार्षदों के साथ फिल्म उरी देखी. फिल्म उरी देखने के बाद उन्होंने कहा कि लखनऊ के अधिकारियों के द्वारा पिछले काफी दिनों से मेहनत की जा रही थी. ऐसे में उन्हें मानसिक रूप से विश्राम व स्वस्थ मनोरंजन के लिए रिटर्न गिफ्ट के तौर पर भारतीय सेना के वीरों के शौर्य व अदम्य साहस एवं वर्तमान सरकार की दृढ़ राजनीतिक इच्छा शक्ति पर आधारित उरी द सर्जिकल स्ट्राइक फिल्म देखी. फिल्म के दौरान सर्जिकल स्ट्राइक के बाद सिनेमाघर में बीजेपी के नेता व अधिकारियों ने भारत मां की जय के नारे भी लगाए.

स्वच्छता सर्वेक्षण 2019 के फीडबैक में तो नगर निगम देशभर में नंबर वन बन गया है, लेकिन जनवरी में उसके खजाने को बड़ा झटका लगा है. हाउस टैक्स में ही 4.18 करोड़ की वसूली प्रभावित हो गई है. वित्तीय वर्ष की समाप्ति के दो माह बाकी होने पर नगर निगम अफसरों की चिंताएं बढ़ गई हैं. अगर फरवरी में हाउस टैक्स में तेजी नहीं दिखाई गई तो फरवरी माह का वेतन मार्च में बंटना मुश्किल हो जाएगा. ऐसे में कर्मचारियों की होली का मजा किरकिरा हो सकता है.

दरअसल स्वच्छता सर्वेक्षण 2019 के पांच हजार अंक में से 1250 अंक फीडबैक (नागरिक प्रतिक्रिया) में मिलने हैं लेकिन स्वच्छता सर्वेक्षण 2019 में लगाई गई निजी संस्थाओं की निष्क्रियता और पार्षदों की अरुचि के कारण नगर निगम को अपने सारे कर्मचारियों को नागरिक प्रतिक्रिया लेने में लगाना पड़ा. इसमें संपत्ति कर विभाग के जोनल अधिकारी से लेकर कर अधीक्षक और निरीक्षकों को भी लगाया गया था, लिहाजा वसूली गर्त में चली गई.

शनिवार को नगर निगम की वसूली की पड़ताल की गई तो पिछले साल से इस साल जनवरी की वसूली में यह अंतर आया है. वित्तीय वर्ष 2017-18 में जनवरी माह में नगर निगम ने हाउस टैक्स की 10.46 करोड़ की वसूली की थी लेकिन इस साल यह वसूली 6.48 करोड़ ही रह गई, जबकि पिछले साल की वसूली से इस बार इजाफा होना चाहिए था.

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