बुलंदशहर: प्रदेश सरकार ने हर बार की तरह इस बार भी रक्षाबंधन पर बहनों के लिए निशुल्क बस सेवा की सुविधा उपलब्ध कराई थी. इसके साथ ही शासन ने अतिरिक्त बसों की व्यवस्था भी की थी. बावजूद इसके बसों को उस स्तर पर यात्री नहीं मिले जिसकी कल्पना की गई थी. मतलब साफ है कि कोरोना काल में यात्री निजी वाहनों पर अधिक भरोसा दिखा रहे हैं.
बहनों ने यूपी परिवहन निगम की निशुल्क सुविधा की बजाय निजी वाहनों पर जताया भरोसा - बुलंदशहर में रक्षाबंधन
यूपी के बुलंदशहर में महिलाओं ने रक्षाबंधन पर यात्रा के लिए निजी वाहनों पर अधिक भरोसा जताया. बता दें कि सीएम योगी ने रक्षाबंधन पर महिलाओं के लिए निशुल्क बस सेवा की व्यवस्था की थी.
प्रदेश में लगातार कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. ऐसे में सीएम योगी ने रक्षाबंधन के त्योहार को लेकर महिलाओं के लिए निशुल्क यात्रा की व्यवस्था की थी. इसके लिए प्रदेश में अतिरिक्त बसों की व्यवस्था भी की गई थी. इस सब के बावजूद बहुत कम संख्या में महिलाओं ने इन बसों का प्रयोग किया.
एआरएम ने दी जानकारी
इस बारे में एआरएम धीरज सिंह पंवार ने बताया कि बुलन्दशहर डिपो ने 100 से अधिक बसों के साथ अतरिक्त फेरे लगाने के लिए फुलप्रूफ प्लान बनाया था. इन बसों में सेनिटाइजिंग से लेकर मॉस्क तक की व्यवस्थाएं की गई थीं, लेकिन कोरोना के चलते यात्रियों ने निजी वाहनों का प्रयोग किया. हालांकि इस दिन यात्रियों की संख्या सामान्य दिनों की अपेक्षा अधिक थी.