बुलंदशहर: जिले में आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थियों के कार्ड कचरे के ढेर में पड़े होने का वीडियो जमकर वायरल हो रहा है. वीडियो वायरल होने की खबर मिलने पर जिला प्रशासन ने बारीकी से इसकी जांच की. फिलहाल मामले को लेकर जिले के स्वास्थ्य महकमे के जिम्मेदार अधिकारियों का दावा है कि यह सुनियोजित तरीके से माहौल खराब करने के लिये किया गया है.
आयुष्मान भारत योजना के कार्ड्स कूड़े में पड़े होने का वीडियो वायरल. कूड़े में पड़े मिले स्वास्थ्य कार्ड
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजनाओं में शुमार आयुष्मान भारत योजना के सैंकड़ों कार्ड जिले में कूड़े के ढेर पर पड़े होने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है. जैसे ही वीडियो जिले के जिम्मेदार अधिकारियों तक पहुंचा तो अधिकारियों में हड़कम्प मच गया और आनन-फानन में एडिशनल सीएमओ ने इस मामले की जांच करने के लिए जिम्मेदार अधिकारियों की एक टीम को बताई.
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इसकी सत्यता जांचने के लिए गठित टीम को भेजा गया. बता दें कि वायरल वीडियो में एक आवाज भी सुनाई दे रही थी, जिसमें कोतवाली देहात क्षेत्र के गांव नैथला बताया जा रहा हैं. इस मामले में वहां के स्थानीय सीएचसी के स्टाफ को भी से अवगत कराया गया तो अधिकारियों ने बताया कि यह आयुष्मान भारत योजना के कार्ड्स उसी गांव के लोगों से सम्बंधित हैं.
साथ ही ये भी अपनी जांच के बाद बताया गया कि इस तरह की कोई जगह उक्त गांव में नहीं मिली. हालांकि अधिकारियों की मानें तो उन्होंने अपनी सफाई में कुछ साक्ष्य भी पेश किए, जिसमें उन्होंने दावा किया कि आयुष्मान भारत योजना से सम्बंधित पात्रों के पत्र और कार्ड्स कुछ माह पूर्व गुम हुए थे. जिसकी उस वक्त थाना कोतवाली देहात में एफआईआर भी कराई गई थी.
जिन पात्रों से सम्बंधित ये पत्र और कार्ड्स हैं, उन सभी के उसके बाद गोल्डन कार्ड्स भी बन चुके हैं. यह सरकार की जनोपयोगी योजना है और ये महज बेवजह बदनाम करने की कोशिशें हैं.
-सुसपेन्द्र कुमार, एडिशनल सीएमओ