बुलंदशहर: डॉक्टर ने गोली मारकर की खुदकुशी
जिले में हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. चैतन्य तेवतिया ने अपनी लाइसेंसी रिवाल्वर से गोली मारकर आत्महत्या कर ली. स्थानीय लोगों का कहना है कि वह लंबे समय से डिप्रेशन में चल रहे थे. उनके बच्चे बाहर रहते हैं और उनकी पत्नी की मृत्यु पहले ही हो चुकी है, जिसके कारण वह घर में अकेले रहते थे.
बुलंदशहर: कस्बा गुलावठी में राजवंती फाउंडेशन नाम से हॉस्पिटल चलाने वाले डॉक्टर चैतन्यदेव तेवतिया ने अपनी लाइसेंसी रिवाल्वर से गोली मारकर आत्महत्या कर ली. सूत्रों की मानें तो वह लंबे समय से काफी अवसाद में चल रहे थे. डॉक्टर चैतन्य देव जिले के प्रमुख हृदय रोग विशेषज्ञ थे. उनकी पत्नी की पूर्व में ही मौत हो चुकी थी, जबकि उनके बच्चे बाहर रहते हैं. घटना की जानकारी मिलने पर पहुंची पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर किसी तरह दरवाजा तोड़ा और अन्दर जाकर शव को कब्जे में ले लिया. फिलहाल शव का पंचनामा भरकर उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.
- बुलंदशहर के गुलावठी नगर में राजवंती फाउंडेशन अस्पताल के संस्थापक और जिले के मशहूर हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. चैतन्य देव ने हॉस्पिटल परिसर में खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली.
- उनकी अचानक मौत की खबर सुनहर भी शहरवासी हैरान हैं.
- स्थानीय लोगों का कहना है कि वह काफी समय से डिप्रेशन में चल रहे थे और घर में अकेले रहते थे.
- पूजा घर से ब्लड बहकर बाहर आने पर पड़ोसियों को घटना की जानकारी हुई, जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई,
- फिलहाल इस मामले में पुलिस जांच कर रही है.
- इससे पहले डॉ. चैतन्य देव हरे राघव पैरा मेडिकल डेंटल कॉलेज के नाम से अपना खुद का संस्थान भी यहां चलाते थे.
- डॉक्टर की पत्नी की मृत्यु पहले ही हो चुकी है, जबकि बच्चे बाहर रहते हैं.
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