बुलंदशहर: जिले में बीते शुक्रवार को जहरीली शराब पीने से जीत गढ़ी गांव में 6 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 16 लोग जहरीली शराब पीने से अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती हुए थे. मामले की गंभीरता को देखते हुए सुबह के सीएम योगी ने जहरीली शराब कांड में लापरवाही बरतने पर आबकारी विभाग और पुलिस विभाग के 8 कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया था. मुख्यमंत्री के संज्ञान के बाद बौखलाए जनपद के प्रशासन ने एक अनुज्ञापी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया, जिस पर जनपद भर के सभी दुकानदार हड़ताल पर चले गए हैं, और दुकानदार पूरे प्रकरण में सही तरीके से जांच करने की मांग कर रहे हैं.
6 लोगों की हुई थी मौत
जिले के सिकंदराबाद कोतवाली क्षेत्र के गांव जीतगढी में जहरीली शराब के सेवन से 6 लोगों की मौत के बाद प्रशासन ने सख्त रुख अपनाते हुए नशीले जहर के सौदागर कुलदीप व उसके तीन सहयोगियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. सिकन्द्राबाद पुलिस ने सिकन्द्राबाद तहसील क्षेत्र में स्थित मडावरा देसी शराब के ठेके के मालिक व सेल्समैन को गिरफ्तार करने के आरोप में जिले के सभी शराब अनुज्ञापियों ने अपनी अपनी बियर, देसी व अंग्रेजी शराब की दुकानों को अनिश्चितकालीन समय तक बंद कर दिया है. अनुज्ञापियों का कहना है कि जब तक गलत तरीके से हिरासत में लिए हमारे अनुज्ञापी व सेल्समैन को पुलिस द्वारा नहीं छोड़ा जाता है, तब तक हम अपनी दुकानों को बंद रखेंगे.
पुलिस शराब दुकानदारों को कर रही परेशान
शराब दुकानदार एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने बताया कि सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने कोरोना काल में लाकडाउन अवधि के दौरान जब प्रदेश की आर्थिक स्थिति गंभीर थी और प्रदेश के सभी कारोबार बंद थे, तो सबसे पहले शराब कारोबार को ही उत्तर प्रदेश में प्रारंभ किया था. उनका कहना है कि सिकंदराबाद पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारी शराब दुकानदारों को परेशान कर रही हैं. जहरीली शराब बेचने का आरोप लगाकर प्रताड़ित करना शुरू कर दिया है. उनका कहना है कि अगर यही स्थिति रही तो वह दुकान नहीं खोलेंगे, उन्होंने आबकारी कार्यालय के सामने अलाव जलाकर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है.