बुलंदशहर:जिले के खुर्जा नगर स्थित जटिया अस्पताल में एक बुजुर्ग अपने पीड़ित पौत्र को लेकर घण्टों इलाज के लिए इधर से उधर घूमता रहा. इसके बावजूद हॉस्पिटल में न तो कहीं कोई चिकित्सक दिखा और न ही कोई वार्ड बॉय. ऐसे में बुजुर्ग बच्चे के इलाज के लिए घूमता रहा. वहीं सीएमओ ने पूरे मामले की जांच करने की बात कही है.
सरकारी अस्पताल में नहीं मिला स्ट्रेचर. जिले के खुर्जा नगर स्थित सूरजमल जटिया सरकारी अस्पताल में एक बार फिर मरीज को स्ट्रेचर न मिलने का मामला सामने आया है. जिला अस्पताल में एक बुजुर्ग को स्ट्रेचर न मिलने की वजह से वह अपने पौत्र पीठ पर लादकर अस्पताल पहुंचा. यहां वह डॉक्टरों को ढूंढता रहा, लेकिन अस्पताल के कर्मचारी नदारद थे. सुबह के 10 बजे के बाद तक कोई भी चिकित्सक सरकारी हॉस्पिटल में नहीं मिला.
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मरीज के दादा मुल्क राज ने बताया कि उनके पौत्र के पैर में फैक्चर हो गया था. इसी के इलाज के लिए वह खुर्जा जटिया अस्पताल में उसे दिखाने के लिए लाये थे. बुजुर्ग का आरोप है कि काफी प्रयास के बाद डॉक्टर्स ने कह दिया कि यहां स्ट्रेचर नहीं है. वहीं बच्चे की मां का आरोप है कि सरकार की तरफ से कोई भी वायदा पूरा नहीं किया जा रहा है. अस्पतालों में कोई सुध तक लेने वाला नहीं है.
इस मामले में सीएमओ केएन तिवारी ने अपने मातहत कर्मचारियों का बचाव करते हुए कहा कि अस्पताल में पर्याप्त मात्रा में स्ट्रेचर हैं. ऐसा नहीं हो सकता कि पीड़ित को स्ट्रेचर नहीं मिला हो. वहीं वीडियो दिखाए जाने के बाद सीएमओ ने मामले की जांच की बात कही है.