उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

ETV Bharat / state

बुलंदशहर: रिश्वतखोरी के खिलाफ डीआईओएस दफ्तर के बाहर क्लेरिकल स्टॉफ का विरोध प्रदर्शन - शिक्षणेत्तर कर्मचारियों ने किया प्रदर्शन

यूपी के बुलंदशहर में सैकड़ों शिक्षणेत्तर कर्मचारियों ने डीआईओएस समेत डीआईओएस ऑफिस के सभी पटलों के क्लेरिकल स्टॉफ पर रिश्वत मांगने के गम्भीर आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किया.

डीआईओएस दफ्तर के बाहर विरोध प्रदर्शन.

By

Published : Nov 6, 2019, 11:06 PM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:28 PM IST

बुलंदशहर: जिला विद्यालय निरीक्षक दफ्तर पर बुधवार को उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षणेत्तर संघ के बैनर तले जिले के सैकड़ों शिक्षणेत्तर कर्मचारियों ने डीआईओएस समेत डीआईओएस ऑफिस के सभी स्टॉफ पर प्रत्येक कार्य के बदले में रिश्वत मांगने का गम्भीर आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किया. गुस्साए लोगों का आरोप है कि डीआईओएस भ्रष्टाचार फैला रहे हैं और दफ्तर क्लेरिकल स्टॉफ पर भी अवैध वसूली का आरोप लगा रहे हैं.

कर्मचारियों ने की नारेबाजी
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षणेत्तर संघ के बैनर तले बुलंदशहर के जिला विद्यालय निरीक्षक दफ्तर में बुधवार को जिले के सभी विद्यालयों के क्लेरिकल स्टॉफ और चतुर्थ श्रेणी स्टॉफ ने एक साथ एकजुटता दिखाते हुए जिला विद्यालय निरीक्षक रामकृष्ण तिवारी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.

डीआईओएस दफ्तर के बाहर विरोध प्रदर्शन.
कर्मचारियों ने लगाए आरोप
गुस्साए कर्मचारियों का आरोप है कि डीआईओएस दफ्तर में पूरी तरह से भ्रष्टाचार व्याप्त है. साथ ही प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि डीआईओएस के कहने पर सभी पटलों के क्लेरिक स्टॉफ के द्वारा नाजायज अवैध उगाही की जा रही है. इस बारे में तमाम साक्ष्य भी प्रदर्शनकारी पेश करते नजर आए.
बिना पैसे कोई कार्य नहीं
इस मौके पर गुस्साए कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में वेतन बिल पास कराना हो या फिर जी.पी.एफ निकालना हो, या चाहे कोई अन्य काम कराना हो, जिला विद्यालय निरीक्षक की शह पर बिना पैसे कोई कार्य नहीं किया जा रहा है.
डीआईओएस की तरफ से एक अमर्यादित टिप्पणी पत्र
गुस्साए आंदोलनकारियों ने बताया कि चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी से लिपिक पद पर 50% पदोन्नति कोटे के अंतर्गत होने के बावजूद भी टाइपिंग टेस्ट के नाम पर मोटी रकम वसूली जा रही है. जिला विद्यालय निरीक्षक पर आरोप लगाया कि 17 अक्टूबर को विद्यालय में कार्यरत लिपिकों के लिए डीआईओएस रामकृष्ण तिवारी की तरफ से एक अमर्यादित टिप्पणी पत्र के जरिए की गई थी, जिसमें विद्यालय के खर्चे लिपिकों के वेतन से वसूल लिए जाएं, लिखकर पत्र जारी किया गया था.
रोज छुट्टी के बाद आंदोलन की चेतावनी
पत्र से जिले के सभी माध्यमिक स्कूलों के क्लर्क नाराज हैं. आलम ये है कि गुस्साए शिक्षणेत्तर संघ के कार्यकर्ताओं के द्वारा दिन भर आंदोलन जारी रहा, लेकिन डीआईओएस ने वहां का दिनभर रुख ही नहीं किया. शाम तक भी सभी प्रदर्शन करते रहे और अलनी समस्याओं का समाधान न होने पर हर रोज छुट्टी के बाद आंदोलन की चेतावनी भी दे डाली.
Last Updated : Sep 17, 2020, 4:28 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details