बुलंदशहरः यूपी परिवहन निगम का दावा है कि रोडवेज बसों की ग्रामीण कनेक्टिविटी को बेहतर करने के लिए लगातार प्रयास जारी है. वहीं जिले में परिवहन निगम 921 गांवों को आवश्यक मानकर शहरों से कनेक्ट करने जा रहा है. परिवहन निगम ने दावा किया कि अब 921 गावों में सिर्फ 18 गांव ही शेष हैं, जबकि 903 गावों में बसें चलने लगी हैं.
गांवों को शहरों से जोड़ रहा रोडवेज. 18 गांवों में जल्द पहुंचेंगी बसें
परिवहन निगम के एआरएम ने बताया कि जिले के 903 गांवों तक रोडवेज बसों का रुट तय करके आमजन को सहूलियत दी जा रही है. शेष 18 गांवों के रूट को चिन्हित कर विभाग वहां भी कनेक्टिविटी देने के लिए प्रयासरत है. बता दें कि हाल ही में रोडवेज द्वारा ग्रामीण कनेक्टिविटी को सुगम बनाने को लेकर यूपी परिवहन निगम को सम्मानित भी किया जा चुका है.
परिवहन को मिल चुका है उत्कृष्टता पुरस्कार
दिल्ली में अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन और सार्वजनिक परिवहन प्रदर्शनी आयोजित हुई थी. 2019 में ग्रामीण कनेक्टिविटी को लेकर यूपी रोडवेज को राष्ट्रीय सार्वजनिक परिवहन उत्कृष्टता पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. प्रदेश के अधिकारियों ने दावा किया था कि 2017 में 38200 गांवों को उत्तर प्रदेश परिवहन निगम ने शहरों से जोड़ने का काम किया है.
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जिले में अभी 18 गांव शेष हैं, जहां परिवहन सुविधा मुहैया कराने के लिए विभाग लगातार प्रयासरत है. हम स्पष्ट करना चाहेंगे कि यातायात व्यवस्था से जोड़े जा चुके गांवों में उन गांवों को भी विभाग शामिल मानता है, जिनके पास के मुख्य मार्ग से रोडवेज बसें गुजरती हैं. वह गांव सड़क से 2 से 3 किलोमीटर दूर भी हो सकता है. बाकी के 18 गावों के लिए टेंडर दिया गया है, जल्द ही उन्हें भी दिल्ली आदि प्रमुख शहरों से जोड़ दिया जाएगा.
-धीरज सिंह पंवार, एआरएम