बुलंदशहर:बिजनौर से गंगा यात्रा की शुरुआत 27 जनवरी से होने जा रही है. 28 जनवरी को ये यात्रा बुलंदशहर पहुंचेगी, जिसके लिए तमाम तैयारियां जोर शोर से चल रही हैं. जिले के गंगा के समीपवर्ती गांवों में स्वच्छता से लेकर तमाम व्यवस्थाओं को प्रशासनिक स्तर से सुधार किया जा रहा है. गंगा नदी में स्वच्छता की दृष्टि से 10 हजार मछलियों और कछुओं को छोड़ा जाएगा. साथ ही टीम जिले में रात विश्राम भी करेगी.
गंगा को प्रदूषणमुक्त करने की पहल. गंगा घाटों का लिया जा रहा जायजाजिले के 36 गांव गंगा नदी के किनारे हैं. इन सभी गांवों में बड़े स्तर पर आला अधिकारियों द्वारा तमाम व्यवस्थाओं का जायजा लिया जा रहा है. विशेष तौर से जिले में बने गंगा घाटों पर भी साफ-सफाई समेत सभी चीजों का ध्यान रखा जा रहा है. प्रशासनिक स्तर से यात्रा के स्वागत से लेकर ठहरने तक के यहां इंतजाम किए जा रहे हैं.
इस दौरान यात्रा में शामिल टीम के सहयोग से गंगा नदी में कछुए और करीब 10 हजार मछलियां भी छोड़ी जाएंगी, जिसमें मत्स्य विभाग व वन विभाग सहयोग करेगा. सभी विभागों को अलग-अलग जिम्मेदारी दी गई हैं.
मस्तराम घाट पर स्वागत की व्यवस्था है, जबकि राजघाट पर मछलियां और कछुओं को गंगा में टीम द्वारा प्रवाहित कराया जाएगा. राजघाट से बसी घाट नरौरा तक नाव द्वारा टीम जाएगी. वहां पर जनसभा होगी. बसी घाट पर ही टीम रात्रि विश्राम करेगी, जबकि गंगा आरती और विशेष गंगा पूजन भी होगा.
-सुधीर कुमार रुंगटा,सीडीओ
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