बुलंदशहर:लॉकडाउन के बाद से दिल्ली-एनसीआर समेत देशभर में औद्योगिक इकाइयां बंद हो गई थी. इसके बाद दिल्ली-एनसीआर समेत अन्य शहरों से प्रवासी मजदूरों को पलायन कर घर वापस आना पड़ा. वहीं जिले में केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का लाभ पाने वाले पात्रों की संख्या में खासा इजाफा हुआ है. इस योजना के अंतर्गत साल में कुल 6 हजार रुपये की धनराशि तीन बार में देने का प्रावधान है.
बुलंदशहर: किसान सम्मान निधि योजना के लाभार्थियों की संख्या बढ़ी
यूपी के बुलंदशहर में लॉकडाउन की वजह से निजी कंपनियों और फैक्ट्रियों में कार्यरत लोग अब घरों में बैठे हैं. इस संकटकाल में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के तहत मिलने वाली आर्थिक सहायता का लाभ लेने वालों की संख्या में वृद्धि हुई है.
योजना का पात्र लोगों ने बताया कि कोरोना की वजह से काम काज प्रभावित हुआ है. कोई कार्य न होने से प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना के लिए अपना पंजीकरण कराने की कोशिश की है, ताकि आर्थिक मदद मिल सके. अभय कुमार ने बताया कि उन्हें पहले इस योजना का फार्म भरने के लिए समय ही नहीं मिल पाया. फैक्ट्री भी बंद है. ऐसे में पीएम किसान सम्मान निधि का लाभ लेने के लिए प्रयास कर लिए जाएं.
संजय गाजियाबाद में एक निजी कंपनी में कार्यरत थे. लॉकडाउन की वजह से उनकी नौकरी छूट गई. इस वजह से प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना के लिए अपना पंजीकरण कराने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि आर्थिक मदद मिल सके.
लॉकडाउन के दौरान हजारों लोगों के पंजीकरण हुए हैं. इसकी वजह यही है कि लोगों के पास काम नहीं है. लोग समय निकालकर प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का आर्थिक लाभ लेने के लिए यहां अपना पंजीकरण करा रहे हैं.
-आर.पी. चौधरी, उप कृषि निदेशक