बुलंदशहर : जनपद का एक गांव सैनिकों के गांव के तौर पर पहचान जाता है. भटौना गांव की एक पहचान ये भी है कि ये पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह का पैतृक गांव भी है. यहां हर परिवार से कोई न कोई देश सेवा में है. पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के पैतृक गांव भटौना से पूर्व फौजियों और सेना की तैयारी में जुटे जवानों ने सरकार से आतंकवाद के खात्मे की मांग की है. सैकड़ों युवाओं और एक्स सर्विसमैन ने एक साथ सामूहिक तौर पर एकजुट होकर आतंकवाद के खिलाफ रैली निकाली. उसके बाद सिकन्द्राबाद रोड स्थित शहीद स्मारक पर सीआरपीएफ के जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई.
फौजियों के गांव से निकली आवाज,आतंक का खात्मा करे सरकार
भटौना गांव की एक पहचान ये भी है कि ये पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह का पैतृक गांव भी है. यहां न सिर्फ प्रत्येक परिवार से कोई न कोई सेना में है बल्कि वर्तमान में भी सैकड़ों युवा सेना की तैयारी में लगे हुए हैं.
ईटीवी से बात करते हुए पूर्व सैनिकों ने कहा कि अगर जरूरत हो तो वो अभी भी दुश्मन को दांतों तले उंगली चबाने को मजबूर कर देंगे. सेना की तैयारी करने वाले युवाओं ने सरकार से पुलवामा की कायराना हरकत के लिए सरकार से शख्त कदम उठाने की मांग की.
इस मौके पर सैकड़ों रिटायर्ड फौजी और गांव के सैकड़ों नौजवान जो सेना की तैयारी कर रहे हैं, सभी ने सरकार से आतंकवाद के खात्मे की मांग की. इस मौके पर रिटायर्ड सेना के जवानों में गुस्सा था. देश के लिए जान गंवाने वाले बहादुर जवानों के लिए सामूहिक तौर पर चौधरी चरण सिंह इंटर कॉलेज के मैदान पर शाहीदों की याद में दो मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई.