बुलंदशहर: शासन-प्रशासन की ओर से भले ही वीवीआईपी कल्चर खत्म किए जाने की बात की जाती हो, लेकिन बुलन्दशहर में सीएम योगी के आदेश के बाद भी कोई बदलाव नजर नहीं आ रहा. यहां लोगों के वाहनों पर 'उत्तर प्रदेश सरकार' और 'केंद्र सरकार' लिखा होना आम बात है. ईटीवी भारत की पड़ताल में यह साफ तौर पर प्रशासन के आदेश की अवहेलना का मामला निकल कर आया.
बुलंदशहर: नहीं खत्म हो रहा निजी वाहनों का 'VVIP कल्चर'
निजी वाहनों के वीवीआईपी कल्चर को खत्म करने के लिए प्रदेश सरकार की ओर से कई बार अभियान चलाया जा चुका है. इसके बावजूद बुलंदशहर में इस तरह का कल्चर रुकने का नाम नहीं ले रहा है.
कुछ दिन पहले लखनऊ से वाहनों के वीवीआईपी कल्चर को खत्म करने की बातें उठी थीं, लेकिन बुलंदशहर आते-आते यह आवाज कहीं गुम हो गई. फिलहाल बुलंदशहर में ऐसे वाहनों की संख्या सैकडों में है, जिस पर 'उत्तर प्रदेश सरकार' या 'केंद्र सरकार' लिखा हुआ है. इतना ही नहीं कई बार तो ये वाहन बाकायदा हूटर बजाते भी निकल जाते हैं. निजी वाहनों को लेकर सरकार की मंशा और विचारधारा एकदम स्पष्ट है कि ऐसे वाहनों पर इस तरह के शब्द न लिखे जाएं. इसके बावजूद सरकार के इस आदेश पर अभी तक कोई अमल नहीं हो रहा.
पूरे मामले को लेकर एआरटीओ प्रवर्तन आनन्द निर्मल ने ईटीवी भारत से कहा कि समय-समय पर चलाए जा रहे अभियान के तहत ऐसे वाहनों पर कार्रवाई की जाती रही है और जुर्माना भी वसूला जाता है. साथ ही ऐसे स्टीकर हटवाकर हिदायतें भी दी जाती हैं, लेकिन उसके बाद भी इस तरह की शिकायते आती हैं. उन्होंने कहा कि इस बारे में जिलाधिकारी के साथ बैठक कर निजी वाहनों पर वीवीआइपी होने की पहचान लगाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.