बुलंदशहरः कोरोना की दूसरी लहर में शिक्षा विभाग के कर्मचारियों की बड़ी संख्या में मौत हुई है. खासकर के पंचायत चुनाव की ड्यूटी के दौरान कई शिक्षक संक्रमित हो गए. जिले में अब तक एबीएसए समेत शिक्षा विभाग के 18 कर्मचारियों की कोरोना के चलते मौत हो चुकी है.
वहीं बेसिक शिक्षा अधिकारी अखंड प्रताप सिंह ने कहा कि कोरोना संक्रमण से अभी तक एबीएसए समेत 18 शिक्षकों की मौत हो चुकी है. इसके साथ ही 50 से अधिक शिक्षक और कर्मचारी संक्रमित हैं. जिनका होम आइसोलेशन और अस्पताल में इलाज चल रहा है. विभाग लगातार शिक्षकों के साथ अन्य लोगों से अपील कर रहा है कि वो अपने साथ-साथ अपने परिवार की सुरक्षा के लिए कोविड नियमों का पालन करें.
जिले में पंचायत चुनाव की ड्यूटी के दौरान बड़े पैमाने पर शिक्षक और अन्य सरकारी कर्मचारी कोरोना से संक्रमित हुए, लेकिन इससे सबक लेने के बजाय प्रशासन ने सरकारी मुलाजिमों की ड्यूटी फिर से पंचायत उपचुनाव में लगा दी और शुक्रवार को बाकायदा कर्मचारियों को चुनाव की बारीकियां भी सिखाई गईं. ऐसे में आप अंदाजा लगा सकते हैं कि हाकिम और हुक्मरान आपको लेकर कितना संजीदा और फिक्रमंद हैं.
चुनावी ड्यूटी में 18 शिक्षकों की मौत के बाद भी शासन-प्रशासन ने नहीं लिया सबक
बुलंदशहर में पंचायत चुनाव की ड्यूटी के दौरान 18 शिक्षकों की कोरोना की चपेट में आने से मौत हो गई. लेकिन, शासन-प्रशासन इससे सीख लेने के बजाय एक बार फिर पंचायत चुनाव में सरकारी कर्मचारियों की ड्यूटी लगा रहा है.
मौत के बाद भी सबक नहीं ले रहा निर्वाचन आयोग
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जिन्होंने पंचायत चुनाव की ड्यूटी के दौरान कोरोना की चपेट में आने से दम तोड़ा है. वो सरकार के लिए मौत के आंकड़ें से ज्यादा कुछ नहीं हैं. लेकिन उनसे पूछिये, जिन्होंने अपनी मां, बेटा, बहन और पति-पत्नी जैसे हर दिल अजीजों को खो दिया है.