बुलंदशहर : जिले में मंडलीय खादी और ग्रामोद्योग प्रदर्शनी का शनिवार को भव्य शुभारंभ हुआ. प्रदेश के खादी एवं ग्रामोद्योग मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने फीता काटकर, महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण और दीप जलाकर प्रदर्शनी का शुभारंभ किया. इसमें खादी एवं ग्रामोद्योग के उत्पादों के विभिन्न प्रकार के स्टाल लगाए गए हैं. साथ ही 10 राज्यों के नामचीन उत्पाद जिलेवासियों को सस्ती दरों पर मुहैया होगी. उन्नाव की दरी, जम्मू की जैकेट, मेरठ का मुरब्बा, कानपुर की जड़ी-बूटी और खुर्जा पॉटरी उद्योग के उत्पादों की प्रदर्शनी 30 जनवरी तक चलेगी. इसके लिए जिला प्रशासन उत्पादकों के स्टॉल काफी तादात में लगाए गए हैं. प्रदर्शनी के शुभारंभ के दौरान मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि दैनिक जीवन में खादी का अधिक से अधिक प्रयोग करते हुए खादी प्रोडक्ट को बनाने वाले कामगारों के रोजगार को आगे बढ़ाने में अपना योगदान देना चाहिए.
दरअसल बुलन्दशहर के नुमाईश मैदान में 30 जनवरी तक आयोजित होने वाली मंडलीय खादी और ग्रामोद्योग प्रदर्शनी का शुभारंभ खादी और ग्रामोद्योग मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने फीता काटकर किया. इस दौरान उन्होंने महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलन किया. यहां उन्होंने बुलन्दशहर के साथ-साथ विभिन्न जनपदों के खादी ग्रामोद्योग, उद्योग विभाग, माटीकला और स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों के संबंध में लगायी गई स्टाॅल का स्थलीय निरीक्षण किया. साथ ही उत्पादों के संबंध में आवश्यक जानकारी हासिल की. प्रदर्शनी में खादी वस्त्रों के साथ-साथ मिट्टी के बर्तन, शहद, अगरबत्ती, घरेलू आचार, खुर्जा पाॅटरी के उत्पाद आदि वस्तुओं के स्टाॅल लगाये गये हैं. वहीं लालता प्रसाद बुलन्दशहर की छात्राओं और बृज के कलाकारों ने मनमोहक प्रस्तुति दी.
खादी का करें प्रयोग : मंत्री
मंडलीय खादी और ग्रामोद्योग प्रदर्शनी के शुभारंभ के अवसर पर मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि हमें अपने दैनिक जीवन में खादी का अधिक से अधिक प्रयोग करते हुए इसको बनाने वाले कामगारों के रोजगार को आगे बढ़ाने में अपना योगदान देना चाहिए. खादी उत्पादों का उपयोग करने से हममें एक अलग ही एहसास उत्पन्न होता है. उन्होंने कहा कि खादी एवं ग्रामोद्योग विभाग, माटीकला बोर्ड के द्वारा ग्रामीण अंचल पर कामगारों को आर्थिक सहयोग प्रदान कराते हुए उनके जीवन स्तर को ऊपर उठाने का कार्य निरन्तर किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के लोकल फाॅर वोकल अभियान को सफल बनाने के लिए गांवों में कुशल कामगारों को अनुदान पर उपकरण उपलब्ध कराते हुए उन्हें रोजगार दिया जा रहा है.