बुलंदशहर:जिले की सदर सीट पर होने वाले उपचुनाव को लेकर राष्ट्रीय लोकदल और समाजवादी पार्टी ने साझा प्रत्याशी को मैदान में उतारा है. खास बात यह है कि रालोद प्रत्याशी कुंवर प्रवीण कुमार सिंह बाकी के सभी प्रत्याशियों में सबसे अधिक पढ़े लिखे उम्मीदवार हैं. कुंवर प्रवीण कुमार सिंह का दावा है कि खासतौर से ग्रामीण क्षेत्र में उन्हें बहुत अधिक जनसमर्थन मिल रहा है.
यूं तो बुलंदशहर में होने जा रहे उपचुनाव में बुलंदशहर से 18 उम्मीदवार चुनावी मैदान में अपनी-अपनी दावेदारी पेश किए हुए हैं. इनमें भाजपा, रालोद-सपा गठबंधन, कांग्रेस, बहुजन समाज पार्टी और भीम आर्मी की आजाद समाज पार्टी के प्रत्याशी प्रमुख तौर पर मैदान में हैं. राष्ट्रीय लोकदल और समाजवादी पार्टी ने बुलंदशहर में होने वाले उपचुनाव को लेकर साझा प्रत्याशी को मैदान में उतारा है. राष्ट्रीय लोकदल ने अपने पार्टी के पूर्व में राष्ट्रीय प्रवक्ता रहे और 1993 से राष्ट्रीय लोकदल के साथ जुड़े रहे भरोसेमंद उम्मीदवार कुंवर प्रवीण कुमार सिंह को बुलंदशहर से उम्मीदवार बनाया है.
रालोद के वफादार नेता हैं कुंवर प्रवीण कुमार सिंह
कुंवर प्रवीण कुमार सिंह की बात करें तो उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से इतिहास में पोस्ट ग्रेजुएशन किया हुआ है. वह एक बैंकिंग सर्विस प्रोवाइडर हैं. कुंवर प्रवीण कुमार सिंह इससे पहले भी जिले में विधानसभा का चुनाव लड़ चुके हैं. 1991 में प्रवीण कुमार सिंह बुलंदशहर जिले की अगौता विधानसभा से कांग्रेस पार्टी से चुनाव लड़े थे, लेकिन वोटिंग न खुलने की वजह से चुनाव कैंसिल हो गया था. इसके बाद 1993 में पूर्व केंद्रीय मंत्री और राष्ट्रीय लोकदल के सुप्रीमो चौधरी अजीत उन्हें राष्ट्रीय लोकदल में अपने साथ ले आये. तभी से कुंवर प्रवीण कुमार सिंह राष्ट्रीय लोकदल से जुड़े हुए हैं. वे राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय प्रवक्ता भी रह चुके हैं.
चौधरी चरण सिंह के पैतृक गांव से हैं कुंवर प्रवीण कुमार सिंह
कुंवर प्रवीण कुमार सिंह मूल रूप से भटौना गांव के रहने वाले हैं. भटौना गांव जिले के बड़े गांवों में गिना जाता है. भटौना, देश के भूतपूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह का पैतृक गांव भी है. कुंवर प्रवीण कुमार सिंह जाट जाति से ताल्लुक रखते हैं.