बुलंदशहर: जिले के गुलावठी थाना क्षेत्र अंतर्गत औरंगाबाद अहीर गांव के लाल संजीव यादव दिल्ली पुलिस में बतौर इंस्पेक्टर तैनात थे. वे कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए थे. कोरोना से लड़ते हुए बुधवार को उनकी इलाज के दौरान दिल्ली के एक निजी अस्पताल में मौत हो गई है. जैसे ही गांव में उनके मौत की खबर पहुंची गांव में कोहराम मच गया. इसी वर्ष इंस्पेक्टर संजीव यादव को वीरता पुरस्कार से नवाजा गया था.
बुलंदशहर जिले के मूल निवासी संजीव यादव दिल्ली पुलिस में बतौर इंस्पेक्टर तैनात थे. उनका बीती रात को कोरोना संक्रमण की वजह से इलाज के दौरान दिल्ली में निधन हो गया. संजीव यादव का इलाज दिल्ली के मैक्स हॉस्पिटल में चल रहा था.
मैक्स अस्पताल में ली आखिरी सांस
दरअसल गैलेंट्री सम्मान से सम्मानित जिले के गांव औरंगाबाद अहीर के रहने वाले संजीव यादव कोरोना से संक्रमित हो गए थे. कोरोना से लड़ते हुए संजीव इलाज के दौरान जिंदगी से जंग हार गए. संजीव यादव के भाई गांव के ही एक विद्यालय में हेडमास्टर हैं. ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए उन्होंने बताया कि संजीव यादव 1996 में पुलिस में भर्ती हुए थे. कोरोना से लड़ते हुए दिल्ली के मैक्स अस्पताल में मंगलवार देर रात उनकी मौत हो गई.
दो बार हुई थी प्लाज्मा थैरेपी
इंस्पेक्टर के भाई ने बताया कि कोरोना संक्रमण की वजह से संजीव यादव पिछले दो सप्ताह से अस्पताल में भर्ती थे, जहां उनका इलाज चल रहा था. बीती देर रात को उनकी मौत हो गयी. उन्होंने बताया कि दो बार प्लाज्मा थैरेपी भी उन्हें दी गई थी, लेकिन उन्हें नहीं बचाया जा सका.