बुलंदशहर:कोरोना वायरस के संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए होम्योपैथिक विभाग के द्वारा दो दवाइयों का वितरण किया जा रहा है. अब तक जिले में करीब 5 लाख 33 हजार 345 परिवारों तक यह दवाइयां पहुंचाई गई हैं. इम्युनिटी सिस्टम मजबूत करने समेत कोरोना संक्रमण को मात देने को लेकर यह अभियान जारी है.
देशभर में कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए लॉकडाउन के बाद अनलॉक-1 इन दिनों जारी है. शासन स्तर पर लगातार इस पर नकेल कसने की कोशिश की जा रही है. बुलंदशहर में जिला होम्योपैथिक विभाग के द्वारा दो मेडिसिन का वितरण किया जा रहा है. जिले के जिम्मेदार अधिकारियों की मानें तो यह दो दवाइयां काफी कारगर हैं और इनके उपयोग से कोरोना को मात दी जा सकती है.
होम्योपैथिक अधिकारी ने दी जानकारी
यह दावा किया जा रहा है कि इन्हें अगर पहले से उपयोग में लाया जाए तो कोरोना वायरस के संक्रमण होने का खतरा भी कम हो जाता है. इस बारे में जिला होम्योपैथिक अधिकारी शेषनाथ राय ने बताया कि वितरित की जा रही इनफ्लूएंजिनम 200 और आर्सेनिक एलबम 30 नाम की दो दवाइयां कोरोना को मात देने के लिए उपयोगी हैं. इस लिए इनका वितरण किया जा रहा है.
5 लाख 33 हजार 345 परिवारों दी गई है यह मेडिसिन
शेषनाथ राय ने बताया कि 5 मई से बुलंदशहर में लगातार डोर टू डोर जाकर होम्योपैथिक विभाग के कर्मचारियों के द्वारा दवाई का वितरण किया जा रहा है. ताजा आंकड़ों के मुताबिक अब तक 5 लाख 33 हजार 345 परिवारों को यह मेडिसिन उपलब्ध कराई जा चुकी है. इस बारे में डीएचओ शेषनाथ राय ने बताया कि विभाग के पास कोई बजट न होने के चलते जिलाधिकारी और सीएमओ के द्वारा होम्योपैथिक विभाग को उपलब्ध कराई गई हैं. उन्होंने बताया कि यह दोनों दवाइयां लिक्विड के रूप में हैं, जिनके सेवन का तरीका भी उन पर लिखा गया है.
सबसे पहले जिले के सभी हॉटस्पॉट्स इलाकों और ऐसे इलाकों में वितरित की गई हैं, जहां संक्रमण के केस सामने आए हैं. होम्योपैथिक विभाग के पास पर्याप्त स्टॉफ न होने की वजह से इसमें आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का भी सहयोग ग्रामीण क्षेत्रों में वितरण के लिए लिया जा रहा है. एक या दो जगह पर लोग दवाई वितरित किए जाने पर विरोध भी जता चुके हैं.
गलत अफवाह के चलते लोग दवा लेने से कर देते हैं इनकार
डीएचओ का कहना है कि बुलंदशहर में एक-दो ऐसे भी मामले संज्ञान में आए हैं, जहां दवा वितरित करने गई टीम के बारे में लोग गलत अफवाह फैलाकर दवाई लेने से इनकार कर देते हैं. पिछले दिनों सिकंदराबाद क्षेत्र के एख इलाके में लोगों ने तरह-तरह की बातें बनाकर दवाई लेने से इनकार कर दिया था. वहीं बीते मंगलवार को भी ऐसा ही एक मामला गुलावठी कोतवाली के चंदपुरा गांव में देखने को मिला था, जब लोगों ने दवाई वितरित करने गई टीम के साथ न सिर्फ दवाई लेने से मना कर दिया बल्कि बदतमीजी भी की गई थी. हालांकि बाद में इंस्पेक्टर ने तत्काल इस मामले में गंभीरता दिखाई और मौके पर पहुंचकर विरोध करने वाले लोगों को दवा के बारे में जागरूक किया था.
सुबह 9 बजे चिन्हित सीएचसी पर पहुंच जाती है यह मेडिसिन
इंस्पेक्टर सचिन मलिक ने बताया कि लोगों ने भ्रम समाप्त होने के बाद दवाई ले ली. फिलहाल सरकार की मंशा के मुताबिक बुलंदशहर में इम्युनिटी पावर बढ़ाने के साथ ये दवा संक्रमण से लड़ने में कारगर बताई जा रही है. जिला होम्योपैथिक विभाग के सीनियर फार्मेसिस्ट ने बताया कि इन दिनों गर्मी काफी अधिक है, इस वजह से सुबह 9 बजे ही मेडिसिन चिन्हित सीएचसी पर पहुंच जाती है.