बुलंदशहर: जिले के कोतवाली देहात क्षेत्र में हाइवे की जद में आए मकानों और दुकानों को शुक्रवार सुबह पुलिसबल की मौजूदगी में गिरा दिया गया. मेरठ को कनेक्ट करने वाले NH-235 पर इन दिनों चौड़ीकरण का कार्य तीव्र गति से चल रहा है. जिसके लिए इन मकानों और दुकानों को गिरा दिया गया है. नोटिस मिलने के बाद स्थानीय लोगों ने थोड़ा और समय की मांग की थी, लेकिन उनकी बात नहीं बनी और प्रशासन ने हाइवे की जद में आने वाली इमारतों को गिरा दिया.
NH-235 पर सड़क किनारे बने मकानों और दुकानों पर चला बुल्डोजर
उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले में NH-235 के चौड़ीकरण का काम तेज हो गया है, जिसके लिए सड़क की जद में आई कई दुकानों और मकानों को पुलिस-प्रशासन की देखरेख में एनएच के अधिकारियों ने ध्वस्त कराया.
प्रशासन ने जमीन को कराया खाली
बुलंदशहर में NH-235 पर शुक्रवार को जिला प्रशासन ने भारी पुलिस बल के साथ पहुंचकर नेशनल हाइवे-235 के चौड़ीकरण को लेकर चिन्हित की गई जमीनों को खाली कराया. बुलंदशहर-मेरठ हाइवे का चौड़ीकरण का काम तेजी से चल रहा है. इस हाइवे की कुल चौड़ाई 60 मीटर है और इस परिधि में आने वाली इमारतों को गिराया जा रहा है. दरअसल सड़क के चौड़ीकरण के लिए उसके दोनों तरफ 30-30 मीटर का एरिया खाली कराया जा रहा है. उधर, प्रशासन की इस कार्रवाई के खिलाफ कई जगहों पर लोगों का विरोध भी देखने को मिला. लोगों का कहना था कि उन्हें अभी मुआवजा तक नहीं मिल पाया है. वहीं कुछ लोग कह रहे हैं कि बिना नोटिस ही घरों को खाली कराया जा रहा है.
प्रशासन ने दी जानकारी
अपर जिलाधिकारी प्रशासन रविन्द्र कुमार ने बताया कि सभी को पहले ही नोटिस दे दिया गया था. एडीएम प्रशासन ने कहा कि नोटिस के बाद लोगों ने 10 दिन का समय और मांगा था, जो कि उन्हें दिया गया था. उन्होंने कहा कि मुआवजा मिलने के बाद भी लोग कब्जा छोड़ने को तैयार नहीं थे, इसलिए प्रशासन को पुलिस की मदद भी लेनी पड़ी.