बुलंदशहर: दिल्ली एनसीआर में इन दिनों प्रदूषण के कारण सभी का जीना दुश्वार हो गया है. प्रदूषण के कारण लोगों की आंखों में जलन और सांस लेने में परेशानी हो रही है. दिल्ली से ज्यादा प्रदूषण उसके आसपास के क्षेत्र में देखा जा रहा है. यूपी के बुलंदशहर में एयर क्वालिटी इंडेक्स 440 तक पहुंच गया है. प्रदूषण के कारण दोपहर के समय भी आसमान में धुंध छाया रहता है.
बुलंदशहर में छाया धुंध का गुबार.
बुधवार को प्रदेश में दूसरे नंबर पर रहा जिला
दिवाली के बाद बारिश होने के कारण प्रदूषण काफी कम हो गया था. मौजूदा समय में दिल्ली एनसीआर समेत पश्चिमी यूपी के जिलों में प्रदूषण के कारण लोगों को खासा परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. प्रदूषण से धुंध की चादर पूरे आसमान में छायी हुई है. बुधवार को प्रदेश में गाजियाबाद के बाद बुलंदशहर सबसे प्रदूषित जिला रहा.
सोमवार को जिले का AQI था 440
सोमवार को जिले का एयर क्वालिटी इंडेक्स 440 पर पहुंच गया है. मतलब खुली हवा में सांस लेना खतरनाक है. कोरोना काल में यह खतरनाक प्रदूषण लोगों की चिंता बढ़ा रहा है. वहीं लोगों का कहना है कि धुंध के गुबार के कारण आंखों में जलन हो रही है और बाहर निकलने पर सांस लेने में पेरशानी हो रही है.
वहीं ट्रैफिक पुलिसकर्मी विजय बालियान ने बताया कि प्रदूषण के कारण बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. ड्यूटी के दौरान कई बार सेफ्टी के तौर पर आंखों को पानी से धुलना पड़ता है. साथ ही खुद कोविड नियमों का पालन करते हुए मास्क पहनने के लिए वाहन चालकों को भी जागरूक किया जा रहा है.
डॉक्टरों का सुझाव न करें करें मॉर्निंग वॉक
डॉक्टरों का कहना है कि मौजूदा प्रदूषण को देखते हुए लोगों को ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है. डॉ. वीरेंद्र कुमार ने बताया कि लोगों को इस समय माॅर्निंग वाॅक बंद कर देना चाहिए. कोरोना काल और इस प्रदूषण को चलते लोगों को कम से कम घर से बाहर निकलना चाहिए.